Indian Railways earmarks seats for differently-abled passengers in mail and express trains
नई दिल्ली। Railway ticket counters will closed : सरकार ने पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम को लेकर बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है। भले ही सरकार रेलवे के निजीकरण से इंकार कर रही है, लेकिन धीरे-धीरे रेलवे की कई व्यवस्थाओं की कामान निजी हाथों में दिये जा रहे हैं। सेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) ने बदलाव भी इसी का हिस्सा है। मिली जानकारी के अनुसार रेलवे व्यवस्था ने टिकट काउंटर बंद कर इसे प्राइवेट हाथों में देने का प्लान बनाया है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स से मिली सूचना के अनुसार इस पर सुझाव के लिए एक फर्म को नियुक्त किया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब इस प्रकार की कोशिश हो रही है। इससे पहले भी रेलवे ने रिजर्वेशन सेंटर को बंद करने का फैसला किया था लेकिन विरोध के कारण इसे आगे नहीं बढ़ाया जा सका था। ऐसे में इस बीच ऐसा कहा जा रहा है कि सरकार जल्द ही रिजर्वेशन काउंटर को निजी हाथों में सौंप सकती है। इसकी वजह यह है कि रेलवे के लिए रेलवे का खर्चा बहुत ज्यादा है और आमदनी उस हिसाब से नहीं है। इन पर अधिकांश पुराने कर्मचारी ही बैठते हैं जिनकी सैलरी करीब डेढ़ लाख रुपये महीने बैठती है। >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
रेलवे के टिकट काउंटर बंद होने की अफवाहों का रेल मंत्रालय ने खंडन किया है। इस मामले में मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि रेलवे की टिकट काउंटर बंद करने की कोई योजना नहीं है। हालांकि रेलवे ने ठेके पर जनरल टिकट कटवाना पहले ही शुरू कर दिया था। इसका मतलब ये है कि जनरल टिकट खरीदने के लिए यात्रियों को रेलवे स्टेशन के बुकिंग केंद्र जाने की जरूरत नहीं है।