राजस्थान शिक्षा विभाग ने निजी विद्यालयों में अनावश्यक स्वागत-सत्कार पर सख्ती की

राजस्थान शिक्षा विभाग ने निजी विद्यालयों में अनावश्यक स्वागत-सत्कार पर सख्ती की

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  • Publish Date - December 24, 2025 / 06:10 PM IST,
    Updated On - December 24, 2025 / 06:10 PM IST

जयपुर, 24 दिसंबर (भाषा) राजस्थान के शिक्षा विभाग ने निजी विद्यालयों की मान्यता के लिए निरीक्षण और प्रायोगिक परीक्षा के दौरान विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर निरीक्षणकर्ता, उड़नदस्ता सदस्य के अनावश्यक स्वागत-सत्कार पर सख्ती कर दी है।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया, ‘‘प्रायोगिक परीक्षाओं में शिक्षकों का स्वागत व मेहमाननवाजी परंपरा पर अंकुश लगाए जाने के लिए संबंधित संभागीय संयुक्त निदेशक एवं जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया जाता है कि वे अपने क्षेत्राधिकार में इन आदेशों की सख्ती से पालना सुनिश्चित करें।’’

संभागीय संयुक्त निदेशक एवं जिला शिक्षा अधिकारी को संबोधित इस आदेश में कहा गया, ‘‘संबंधित विद्यालय या बाह्य परीक्षक यदि प्रायोगिक परीक्षा से संबंधित अनियमितता व नियम विरुद्ध आचरण करता है तो ऐसी शिकायतें परीक्षा से पूर्व व परीक्षा के दौरान बोर्ड को मेल और नियंत्रण कक्ष के दूरभाष पर सूचित कराएं।’’

इसके अलावा आदेश में यह भी कहा गया कि प्रायोगिक परीक्षाओं के लिए बाह्य वीक्षक (एग्जामिनर) के रूप में केवल राजकीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को ही नियुक्त किए जाए, निजी विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों को किसी भी स्तर पर नहीं लगाया जाए।

भाषा बाकोलिया पृथ्वी खारी

खारी