राज्यसभा में उठी महू में रखरखाव के लिए आने वाली ट्रेनों के ठहराव की मांग

राज्यसभा में उठी महू में रखरखाव के लिए आने वाली ट्रेनों के ठहराव की मांग

राज्यसभा में उठी महू में रखरखाव के लिए आने वाली ट्रेनों के ठहराव की मांग
Modified Date: December 5, 2025 / 05:44 pm IST
Published Date: December 5, 2025 5:44 pm IST

नयी दिल्ली, पांच दिसंबर (भाषा) महू में ट्रेनों की समस्याओं का जिक्र करते हुए शुक्रवार को राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी की कविता पाटीदार ने मांग की कि रखरखाव के लिए शहर में आने वाली ट्रेनों की बोगियों को बंद रखने के बजाय, इस शहर में ही इन ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित किया जाए।

विशेष उल्लेख के जरिये यह मुद्दा उठाते हुए कविता ने कहा कि महू संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर की जन्म स्थली होने के कारण ऐतिहासिक महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही यह छावनी नगरी भी है।

कविता ने कहा कि यहां रखरखाव के लिए कई अहम ट्रेनें आती हैं लेकिन उनकी बोगियां बंद रहती हैं। ‘‘बोगियों में ताला लगा होने के कारण महू से इनमें सवारियां चढ़ नहीं सकतीं और सैनिकों के परिवारों के सदस्यों तथा अन्य लोगों को इन ट्रेनों से यात्रा करने के लिए इंदौर जाना पड़ता है। इस समस्या का अविलंब समाधान निकाला जाना चाहिए।’’

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उन्होंने मांग की कि रखरखाव के लिए शहर में आने वाली ट्रेनों की बोगियों को बंद रखने के बजाय, इस शहर में ही इन ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित किया जाए।

उन्होंने राजस्थान के लिए महू से एक नयी ट्रेन सेवा भी शुरू करने की मांग की। साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड काल के दौरान जिले में जिन ट्रेनों का ठहराव बंद किया गया, उन्हें फिर शुरू किया जाए।

भारतीय जनता पार्टी के ही अमर पाल मौर्य ने प्रतापगढ़ में आंवला प्रसंस्करण केंद्र स्थापित करने की मांग करते हुए अपने विशेष उल्लेख में कहा कि आयुर्वेद से लेकर चिकित्सा के हर क्षेत्र में अपनी खास जगह रखने वाला आंवला प्रतापगढ़ में बहुतायत में उगता है।

उन्होंने मांग की कि आंवले की उपयोगिता एवं उपलब्धता को देखते हुए प्रतापगढ़ को राष्ट्रीय आंवला प्रसंस्करण केंद्र के रूप में विकसित किया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से स्थानीय युवाओं और लोगों को रोजगार मिलेगा और शहर के विकास के लिए अनेक रास्ते भी खुलेंगे।

कांग्रेस के अशोक सिंह, अनिल कुमार यादव मंदादी, भाजपा के सतपाल शर्मा, धनंजय भीमराव महादिक, माकपा के डॉ वी शिवदासान और भाकपा के संदोष कुमार पी ने भी विशेष उल्लेख के जरिये लोक महत्व से जुड़े अपने अपने मुद्दे उठाए।

भाषा

मनीषा माधव

माधव


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