आरएसएस नेता की हत्या मामला: एनआईए ने एक और आरोपी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया

आरएसएस नेता की हत्या मामला: एनआईए ने एक और आरोपी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया

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  • Publish Date - June 12, 2025 / 07:15 PM IST,
    Updated On - June 12, 2025 / 07:15 PM IST

नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्यों द्वारा केरल में आरएसएस नेता श्रीनिवासन की हत्या से संबंधित मामले में एक और आरोपी के खिलाफ बृहस्पतिवार को आरोपपत्र दाखिल किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि केरल के एर्णाकुलम स्थित विशेष एनआईए अदालत के समक्ष दायर पूरक आरोपपत्र में रफीक एम एस पर तत्कालीन भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।

उन्होंने बताया कि इस मामले में बृहस्पतिवार को 64वें आरोपी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया।

एनआईए की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हत्या की साजिश 2047 तक भारत में इस्लामी शासन स्थापित करने के पीएफआई के एजेंडे का हिस्सा थी।

बयान के मुताबिक एनआईए ने अब तक इस मामले में 71 आरोपियों की पहचान कर ली है तथा फरार आठ लोगों को पकड़ने के लिए तलाश जारी है।

एनआईए के मुताबिक जांच में सामने आया कि पीएफआई का सक्रिय कार्यकर्ता रफीक ने श्रीनिवासन पर हमले में शामिल अन्य आरोपियों के साथ मिलकर साजिश रची थी।

बयान के मुताबिक, ‘‘रफीक ने साजिश में शामिल प्रमुख सदस्य और हत्या के लिए रेकी करने वाली टीम के प्रमुख सदस्य मुहम्मद शफीक को शरण दी थी। रफीक ने सबूत भी नष्ट कर दिए थे और यहां तक ​​कि सितंबर 2022 में भारत सरकार द्वारा पीएफआई पर प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद शफीक को शरण देना जारी रखा।’’

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता श्रीनिवासन की 16 अप्रैल 2022 को हत्या कर दी गई थी।

बयान के मुताबिक एनआईए की जांच में खुलासा हुआ कि रफीक ने पीएफआई की ओर से आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने की तैयारी के तहत कई मौकों पर एर्णाकुलम जिले के अलुवा में पेरियार घाटी के पीएफआई केंद्र में हथियार और शारीरिक प्रशिक्षण लिया था।

भाषा धीरज अविनाश

अविनाश