तिरुअनंतपुरम। केरल के सबरीमाला मंदिर में 50 साल से कम उम्र की दो महिलाओं के प्रवेश करने के खिलाफ हिंदूवादी संगठनों ने गुरुवार को राज्य में हिंसक प्रदर्शन किया। 12 घंटे के लिए बुलाई गई हड़ताल के दौरान कई जगहों पर पथराव, वाहनों को रोकने, हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई।
12 घंटे के इस हड़ताल का आह्वान सबरीमाला कर्मा समिति और अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद ने किया है। इस हड़ताल से शुरूआती घंटों में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। बता दें कि सबरीमाला कर्मा समिति विभिन्न हिंदूवादी संगठनों का संघ है। पुलिस के अनुसार पंडालम में पथराव में गंभीर रूप से घायल हुए 55 साल के एक व्यक्ति की बुधवार की रात मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि बुधवार रात को हिंसा के सिलसिले में मलप्पुरम में 22 और कन्नूर में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कालीकट और कन्नूर सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों ने गुरुवार को आयोजित परीक्षाएं स्थगित कर दी।
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वहीं केरल के परिवहन निगम की बसें कई जिलों में सड़कों पर नहीं उतरीं। आटोरिक्शा भी सड़कों पर कम ही नजर आए, इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। पूरे प्रदेश में महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों समेत बडी संख्या यात्री बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर फंसे हुए हैं। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में हड़ताल के चलते दुकानें और होटल बंद रहे। भाजपा बंद का समर्थन कर रही है जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ गुरुवार को काला दिवस मना रहा है।
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