Sawan Special Story : This Shivling is miraculous, it changes color thrice a day

चमत्कारी है यह शिवलिंग, दिन में तीन बार बदलता है रंग, दर्शन मात्र से पूरी हो जाती है हर मन्नत

Sawan Somwar : प्राचीन और चमत्कारी शिवलिंग की महत्ता ऐसी है कि हर साल लोग दूर-दूर से भगवान शिव की आराधना करने आते हैं

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:54 PM IST, Published Date : August 1, 2022/7:00 pm IST

हरदोई। Sawan Special Story  : पवित्र सावन के महीने में भगवान शिव अपने भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैं। इस मौके पर आज हम आपको एक ऐसे शिवलिंग के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके दर्शन मात्र से भक्त की हर मन्नत पूरी हो जाती है। दरअसल हम बात कर रहे हैं यूपी के हरदोई जिले में जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर विकासखंड बावन के सकाहा गांव के पौराणिक शिवमंदिर की। प्राचीन और चमत्कारी शिवलिंग की महत्ता ऐसी है कि हर साल लोग दूर-दूर से भगवान शिव की आराधना करने आते हैं। मान्यता है कि यहां आने वाले लोगों के ऊपर कोई भी संकट क्यों न हो, उसे भगवान शिव अवश्य ही हर लेते हैं।

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दिन में तीन बार बदलता है रंग

इस प्राचीन शिवलिंग से तमाम चौंकाने वाले रोचक तथ्य भी जुड़े हुए हैं। सुबह के समय इस शिवलिंग का रंग भूरा होता है, तो दोपहर और शाम के बीच इसका रंग काला हो जाता है। वहीं रात्रि में इसका रंग सुनहरा हो जाता है। इतना ही नहीं ये शिवलिंग पूर्व में छोटे आकार का था, जो आज बेहद विशाल हो गया है। कहते हैं कि समय दर समय इस शिवलिंग के आकार में वृद्धि हो रही है, यहां के पुजारी और कुछ अन्य लोगों ने इस मंदिर के इतिहास की जानकारी दी और इसकी महत्ता को बताया।

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रोचक है चमत्कारी शिवलिंग की कहानी

1951 में बेहटागोकुल थाने में तत्कालीन थानाध्यक्ष शिव शंकर लाल वर्मा ने इस चमत्कारी शिवलिंग को बेहटागोकुल थाना परिसर में स्थापित करवाने के लिए यहां खुदाई करवाई थी। कई दिन तक लगातार खुदाई करने के बाद भी शिवलिंग का कोई छोर नहीं मिला और नीचे से पानी आना शुरू हो गया, तब दरोगा ने खुदाई रुकवाकर पानी जाने के बाद खुदाई शुरू कराने का निर्णय लिया। कहते हैं कि भगवान भोलेनाथ ने दरोगा को सपने में दर्शन देकर उनके शिवलिंग को यथावत रहने दिए जाने का आदेश दिया. तभी उस दरोगा ने यहां बने छोटे से साधारण मंदिर को एक भव्य और विशाल मंदिर में परिवर्तित करवाया।

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हर साल भक्तों की भीड़

यहां प्रत्येक सोमवार महाशिवरात्रि और सावन के महीने में हजारों की संख्या में भक्तों का तांता देखने को मिलता है। यहां तक भक्तों और श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने के लिए यहां भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती भी की जाती है। इस शिवलिंग को संकटहरण के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहां के भगवान शिव सभी के संकटों को हर लेते हैं और मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं।

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