आंध्र प्रदेश में पटाखा फैक्टरी में आग लगने से सात लोगों की मौत

आंध्र प्रदेश में पटाखा फैक्टरी में आग लगने से सात लोगों की मौत

आंध्र प्रदेश में पटाखा फैक्टरी में आग लगने से सात लोगों की मौत
Modified Date: October 8, 2025 / 10:25 pm IST
Published Date: October 8, 2025 10:25 pm IST

रायवरम (आंध्र प्रदेश), आठ अक्टूबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के डॉ. बीआर आंबेडकर कोनासीमा जिले में बुधवार को पटाखा निर्माण फैक्टरी में आग लगने से सात लोगों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घटना में जान-माल के नुकसान पर दुख जताया और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा ‘एक्स’ पर किये गये एक पोस्ट के अनुसार, मोदी ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

रामचंद्रपुरम उप-विभागीय पुलिस अधिकारी बी रघुवीर के अनुसार, चिंगारी से पटाखों के भंडार में आग लग गई, जिसके कारण कई विस्फोट हुए और धुएं का गुबार उठा। उन्होंने बताया, ‘‘पटाखे में रासायनिक सामग्री भरते समय चिंगारी उत्पन्न हुई, जिसके परिणामस्वरूप विस्फोट हुआ और भीषण आग लग गई।’

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पटाखा निर्माण फैक्टरी में यह घटना दोपहर करीब एक बजे हुई। कंपनी श्री गणपति ग्रैंड फायर वर्क्स 1932 से पटाखों के कारोबार में है।

डॉ. बीआर आंबेडकर कोनासीमा जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राहुल मीणा ने बताया कि यह लाइसेंस प्राप्त पटाखा फैक्टरी है।

रघुवीर के अनुसार, फैक्टरी को पिछले एक पखवाड़े में दो बार बार-बार चेतावनी दी गई और राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा नोटिस भी जारी किए गए।

जैसे ही पटाखों में आग लगी, विस्फोट होने लगे तथा फैक्टरी से सफेद धुएं का घना गुबार उठने लगा। घटना के बाद, स्थानीय लोगों के प्रयासों से आग पर काबू पाया गया।

मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने पटाखा फैक्टरी में हुई मौतों पर दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बचाव कार्यों की निगरानी के लिए दुर्घटनास्थल का दौरा करने का निर्देश दिया और पीड़ित परिवारों को सहायता का वादा किया।

विपक्षी नेता और युवजन श्रमिक रायतु कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कोनासीमा जिले में फैक्टरी में आग की घटना में मौतों पर गहरा दुख व्यक्त किया। रेड्डी ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए सरकार से उन्हें सहायता प्रदान करने का आग्रह किया।

भाषा आशीष सुरेश

सुरेश


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