Satyapal Malik Passes Away: पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक का निधन.. फारूक, ममता, नीतीश, नायब और हुड्डा समेत कई नेताओं ने शोक जताया

सत्यपाल मलिक के निधन पर, फारूक, ममता, नीतीश, नायब और हुड्डा समेत कई नेताओं ने शोक जताया

Satyapal Malik Passes Away: पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक का निधन.. फारूक, ममता, नीतीश, नायब और हुड्डा समेत कई नेताओं ने शोक जताया

Satyapal Malik Died Reason || Image- IBC24 News File

Modified Date: August 6, 2025 / 06:40 am IST
Published Date: August 5, 2025 11:05 pm IST
HIGHLIGHTS
  • सत्यपाल मलिक का निधन, देशभर में नेताओं ने शोक जताया।
  • किसानों, पुलवामा मुद्दों पर निडरता से अपनी बात रखी।
  • ईमानदारी, साहस और जनहित के लिए हमेशा याद रहेंगे।

Satyapal Malik Died Reason: कोलकाता: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन पर पश्चिम बंगाल, बिहार, हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला और अन्य कई नेताओं ने शोक जताया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मलिक को एक दुर्लभ राजनीतिक व्यक्ति बताया जिनमें असहज करने वाला सच बोलने का साहस था।

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बनर्जी ने कहा कि मलिक ने किसानों के विरोध प्रदर्शन के समर्थन में बहादुरी से बात की और पुलवामा हमले के संबंध में ‘कुछ अप्रिय सच्चाई’ बताई। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन से दुखी हूं। वह भारतीय राजनीति में कुछ ऐसे सच बोलकर प्रसिद्ध हुए, जिन्हें कहने का साहस बहुत कम लोग कर पाते हैं। उनके परिवार, दोस्तों और अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सत्यपाल ने भारतीय किसानों के विरोध प्रदर्शन और पुलवामा हमले से जुड़े कुछ अप्रिय सच के समर्थन में दृढ़ता से बात की। ऐसा साहस हमारे सलाम का हकदार है और मैं आज फिर से उन्हें सलाम करती हूं। उनकी आत्मा को शांति मिले।’’ अपने लंबे राजनीतिक जीवन में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रहने के अलावा गोवा, बिहार, मेघालय और ओडिशा के राज्यपाल के पदों पर भी रह चुके मलिक का दोपहर में दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया।

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इस बीच जम्मू कश्मीर में सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला सहित राज्य के कई राजनीतिक नेताओं ने मलिक के निधन पर शोक व्यक्त किया। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘इस कठिन समय में उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। उनकी आत्मा को शांति मिले।’

राज्य के अन्य पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में मलिक के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। पटना से प्राप्त समाचार के अनुसार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सत्यपाल मलिक के निधन पर शोक व्यक्त किया तथा बिहार के राज्यपाल के रूप में उनके करीब एक साल के कार्यकाल को याद किया। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता नीतीश कुमार ने कहा,‘‘मलिक जम्मू-कश्मीर, गोवा और मेघालय के राज्यपाल भी रहे। उन्होंने अपनी सभी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन किया। उनका निधन राजनीति के क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है।’’

चंडीगढ़ से प्राप्त समाचार के अनुसार हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मंगलवार को मलिक के निधन पर शोक व्यक्त किया। सैनी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। प्रभु दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिजनों को यह असहनीय दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’’

Satyapal Malik Died Reason: हुड्डा ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक जी के निधन का समाचार मिला है। मैं दिवंगत पुण्यात्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि आर्पित करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि शोकाकुल परिवारजनों को इस असहनीय वेदना को सहने की शक्ति प्रदान करें।’’

सैलजा ने सोशल मीडिया पर अपने शोक संदेश में लिखा, ‘‘पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक सदैव किसानों और आमजन से जुड़े मुद्दों पर स्पष्ट और निर्भीक स्वर में बोलने वाले व्यक्ति थे। उनकी स्पष्टवादिता और जनहित के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सदैव स्मरणीय रहेगी।’’

सुरजेवाला ने ‘एक्स’ पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा,‘‘गांव, खेत, खलिहान, किसान की आवाज और बेबाक व्यक्तित्व के लिए वह हमेशा याद किए जाएंगे। वह सत्ता में रहकर सत्ता से सवाल पूछने का साहस रखते थे।’’

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया पोस्ट में शोक प्रकट करते हुए कहा, ‘‘उन्होंने हमेशा किसानों और आम जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दी तथा निडरता से सच्चाई की आवाज उठाई।’’

पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने भी मलिक के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, ‘‘भारतीय राजनीति और शासन में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति हार्दिक संवेदना है।’’

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक एक ऐसे नेता थे जिन्होंने निडर होकर अपने विचार व्यक्त किए और राष्ट्रहित में स्पष्ट राय रखी। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।’’ अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज ने भी जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया।

Satyapal Malik Died Reason: गर्गज ने कहा कि मलिक ने निडर होकर पंजाब और खासकर सिख समुदाय के लिए अपनी आवाज उठाई – एक ऐसा योगदान जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। एक बयान में, गर्गज ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के दौरान, मलिक ने किसानों के अधिकारों के पक्ष में जोरदार ढंग से बात की थी और सरकार को जवाबदेह ठहराया था। बेंगलुरु से प्राप्त खबर के मुताबिक कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मलिक के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा, ‘‘किसानों और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए उनकी निडर आवाज आज के राजनीतिक माहौल में भी उभर कर सामने आई। उनके परिवार और उनकी निष्ठा एवं सेवा के प्रशंसक सभी लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। ईश्वर करे कि उनका जीवन सिद्धांतनिष्ठ जन नेतृत्व को प्रेरित करता रहे।’

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शिलांग से प्राप्त समाचार के अनुसार मेघालय विधानसभा ने मंगलवार को पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उन्हें राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर बोलने के अलावा उनकी ईमानदारी और साहस के लिए याद किया जाएगा। विधानसभा सचिवालय ने एक बयान में कहा, ‘‘एक विनम्र, दयालु और सिद्धांतवादी नेता, मलिक को उनकी ईमानदारी, गहन ज्ञान और राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर बोलने का साहस दिखाने के लिए याद किया जाएगा।’’ मलिक 18 अक्टूबर, 2020 से 3 अक्टूबर, 2022 तक मेघालय के राज्यपाल रहे।


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