Shubhanshu Shukla: शुभांशु का ‘शुभ’आगमन, धरती पर लौटा मिशन Axiom-4, समंदर में सुरक्षित लैंड हुआ GRACE

शुभांशु का 'शुभ'आगमन, धरती पर लौटा मिशन Axiom-4, Shubhanshu's 'auspicious' arrival, Mission Axiom-4 returned to Earth

Shubhanshu Shukla: शुभांशु का ‘शुभ’आगमन, धरती पर लौटा मिशन Axiom-4, समंदर में सुरक्षित लैंड हुआ GRACE
Modified Date: July 16, 2025 / 12:14 am IST
Published Date: July 15, 2025 3:48 pm IST

नई दिल्लीः Shubhanshu Shukla: भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 18 दिन की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) यात्रा के बाद धरती पर लौट आए। करीब 23 घंटे के सफर के बाद ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की आज यानी 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे कैलिफोर्निया के समुद्र में लैंडिंग हुई। लैंडिंग के बाद, शुभांशु और Ax-4 टीम को 10 दिन तक आइसोलेशन में रहना होगा, ताकि स्वास्थ्य की जांच और अंतरिक्ष प्रभावों से उबरने का समय मिले।

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Shubhanshu Shukla: शुभांशु शुक्ला के साथ इस मिशन पर तीन और अंतरिक्ष यात्री गए थे। NASA की पूर्व अंतरिक्ष यात्री और Axiom Space में मानव अंतरिक्ष उड़ान की डायरेक्टर पैगी व्हिटसन इस मिशन की कमांडर थी। ISRO के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने पायलट के रूप में काम किया। वहीं दो मिशन स्पेशलिस्ट भी थे- पोलैंड के स्लावोस्ज उज़्नान्स्की-विल्निविस्की और हंगरी के टिबोर कापू। सभी एस्ट्रोनॉट 26 जून को भारतीय समय के अनुसार शाम 4:01 बजे ISS पहुंचे थे।

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पीएम मोदी बोले- यह गगनयान मिशन की दिशा में मील का पत्थर

पीएम मोदी ने शुभांशु शुक्ला के सकुशल धरती पर लौट आने पर खुशी जताते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया। इसमें पीएम मोदी ने लिखा ‘मैं पूरे देश के साथ ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूं, जो अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन से पृथ्वी पर लौट आए हैं। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा करने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में, उन्होंने अपने समर्पण, साहस और अग्रणी भावना से करोड़ों सपनों को प्रेरित किया है। यह हमारे अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर है।’

 

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  3. 🌍 मिशन की वापसी गगनयान परियोजना के लिए मील का पत्थर साबित हुई।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।