(फाइल फोटो के साथ)
बेंगलुरु, एक अप्रैल (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को महाराष्ट्र के अपने समकक्ष देवेंद्र फडणवीस से अनुरोध किया कि वह उत्तर कर्नाटक में पेयजल की जरूरतों को पूरा करने के लिए वामा/कोयना जलाशय से कृष्णा नदी और उज्जनी जलाशय से भीमा नदी में पानी छोड़ें।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सिद्धरमैया ने कहा है कि उत्तर कर्नाटक के बेलगावी, विजयपुरा, बागलकोट, कलबुर्गी, यादगिरी और रायचूर जिले मार्च 2025 की शुरुआत से ही पीने के पानी की गंभीर कमी का सामना कर रहे हैं।
सिद्धरमैया ने महाराष्ट्र सरकार की ओर से अतीत में गर्मियों के मौसम के दौरान दिए गए सहयोग की सराहना की। उन्होंने इंसानों और मवेशियों की पेयजल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कृष्णा नदी में पानी छोड़े जाने के अनुरोध पर सकारात्मक रुख दिखाने के लिए महाराष्ट्र सरकार का आभार जताया।
सिद्धरमैया ने पत्र में इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान में बढ़ते तापमान के साथ स्थिति और अधिक गंभीर होती जा रही है तथा हिप्पारागी बैराज एवं अन्य स्थानीय जलाशयों में मौजूदा जलभंडार, 2025 में मानसून के शुरू होने तक, कृष्णा घाटी क्षेत्र के उत्तर कर्नाटक जिलों की पेयजल जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘उपरोक्त बातों के मद्देनजर, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप संबंधित अधिकारियों को कोयना जलाशय से कृष्णा नदी में कम से कम 2.00 टीएमसी पानी और उज्जनी जलाशय से भीमा नदी में 1.00 टीएमसी पानी छोड़ने का निर्देश दें, ताकि उत्तर कर्नाटक के जिलों के निवासियों और पशुओं की पेयजल आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।’’
भाषा
राजकुमार पारुल
पारुल