गौरी लंकेश मर्डर केस, एसआईटी ने दाखिल की अतिरिक्त चार्जशीट, 5 साल से रचा जा रहा था हत्या का षड़यंत्र

गौरी लंकेश मर्डर केस, एसआईटी ने दाखिल की अतिरिक्त चार्जशीट, 5 साल से रचा जा रहा था हत्या का षड़यंत्र

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  • Publish Date - November 24, 2018 / 12:56 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:03 PM IST

बेंगलुरु। पत्रकार गौरी लंकेश हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी ने बेंगलुरू की एक अदालत में एक अतिरिक्त चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में हिंदू संगठन सनातन संस्था पर आरोप लगाया है। प्रधान नागरिक और सत्र अदालत में शुक्रवार को दाखिल नौ हजार 235 पन्नों के इस चार्जशीट में कहा गया है कि सतातन संस्था के भीतर एक नेटवर्क ने गौरी लंकेश को निशाना बनाया। इसमें बताया गया है कि गौरी की हत्या का षड़यंत्र पांच साल से रचा जा रहा था। विशेष लोक अभियोजक एस बालन के मुताबिक गौरी लंकेश और हत्यारे के बीच निजी या कोई अन्य रंजिश नहीं थी। उन्हें सिर्फ इसलिए मारा गया क्योंकि वह एक खास विचारधारा को मानती थीं। उसके बारे बोलती और लिखती थीं। इसलिए यह कोई विचारधारा और कोई संगठन होगा।

चार्जशीट दाखिल करने के साथ ही एसआईटी ने इस मामले में जांच आगे भी जारी रखने की अनुमति मांगी है। एसआईटी ने मामले में पहली चार्जशीट इस साल मई माह में दाखिल की थी। बता दें कि वाम समर्थक और अपने हिंदुत्व विरोधी विचारों के लिए जानी जाने वाली 55 वर्षीय पत्रकार लंकेश की पिछले साल 5 सितंबर को उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इससे पूरे देश में रोष फैल गया था। इसके बाद मामले की जांच के लिए तत्कालीन सरकार ने एसआईटी गठित की थी।

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बताया जा रहा है कि इस हत्याकांड में अब तक शूटर परशुराम वाघमारे और मास्टरमाइंड अमोल काले, सुजीत कुमार उर्फ प्रवीन और अमित देगवेकर समेत 18 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसी गैंग पर एमएम कलबुर्गी, नरेंद्र दाभोलकर और गोविंद पानसरे की हत्या में शामिल होने का भी संदेह है।