Karnatka Road Accident: चलती बस में हो गया ये बड़ा कांड, 6 लोगों की दर्दनाक मौत, हादसा जानकर आपकी भी कांप उठेगी रूह
Karnatka Road Accident: चलती बस में हो गया ये बड़ा कांड, 6 लोगों की दर्दनाक मौत, हादसा जानकर आपकी भी कांप उठेगी रूह
Karnataka Road Accident/ Image Source : IBC24
चित्रदुर्ग: Karnataka Road Accident कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में बुधवार देर रात एक तेज रफ्तार ट्रक के बस से टकरा जाने के बाद बस में आग लग गई, जिससे एक बच्चा समेत कम से कम छह लोगों की मौत हो गई। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। पूर्वी जोन के पुलिस महानिरीक्षक रविकांत गौड़ा ने पहले प्रारंभिक जांच का हवाला देते हुए कहा था कि नौ लोग मारे गए है, लेकिन बाद में उन्होंने और जिला पुलिस प्रमुख ने कहा कि पांच लोगों की जान गई। बाद में पता चला कि इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों में एक बच्ची भी शामिल थी। पुलिस अधीक्षक रंजीत कुमार बंदारू ने चित्रदुर्ग में संवाददाताओं को बताया, ‘इसके साथ ही इस दुर्घटना में मरने वालों की संख्या छह हो गई है।’
Karnataka Road Accident प्रारंभिक जांच के आधार पर, गौड़ा ने कहा था कि तीन लोग लापता हैं, लेकिन बंदारू ने कहा कि केवल दो लोग लापता हैं। गौड़ा के अनुसार, एक लापता दंपति की पहचान हो गई है और वे सुरक्षित हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने हादसे में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री दोनों ने मृतकों के परिजनों को अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। सिद्धरमैया ने कहा कि इस दुर्घटना की जांच की जाएगी।
गौड़ा ने संवाददाताओं को बताया कि यह दुर्घटना तब हुई जब एक कंटेनर ट्रक डिवाइडर को पार कर गया और सामने से आ रही बस से टकरा गया। अधिकारी ने बताया कि बस में चालक और परिचालक समेत कुल 32 लोग सवार थे और यह बेंगलुरु से गोकर्ण जा रही थी। टक्कर के बाद बस में आग लग गई और हिरियूर तालुक के गोलार्थी इलाके में हुए इस हादसे में बस में सवार अधिकांश लोगों की जलकर मौत हो गई। बंदरू के अनुसार, बस में यात्रा के लिए 29 लोगों ने पहले से बुकिंग कराई थी, जिनमें से एक व्यक्ति ने अपनी यात्रा की योजना स्थगित कर दी थी। बेंगलुरु से रवाना होते समय बस में 28 यात्री, चालक और परिचालक समेत कुल 30 लोग सवार थे। रास्ते में दो अन्य यात्री भी बस में चढ़े।
गौड़ा ने कहा, ‘अब तक की जांच के अनुसार, कंटेनर (ट्रक) ने बस के डीजल टैंक को टक्कर मारी, जिससे टैंक से डीजल लीक हो गया और आग लग गई।’ पुलिस सूत्रों के अनुसार, जीवित बचे लोगों में तीन दोस्त शामिल थे। दो अन्य यात्रियों ने वाहन से कूदकर अपनी जान बचाई। गौड़ा ने कहा, ‘घायल 12 लोगों में से नौ को सिरा और तीन को तुमकुरु ले जाया गया है।’ उन्होंने कहा, ‘गंभीर रूप से झुलसे मरीजों में से एक को बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल ले जाया गया है।’
आईजीपी ने बताया कि बेंगलुरु ले जाए गए एक व्यक्ति को छोड़कर बाकी सभी घायल खतरे से बाहर हैं। दुर्घटनाग्रस्त बस के पीछे चल रही टी दसरहल्ली से दांदेली जा रही एक अन्य बस, जिसमें 42 स्कूली बच्चे सवार थे, बाल-बाल बच गई। पुलिस के अनुसार, स्कूली बच्चों को ले जा रही बस ने पीछे से दुर्घटनाग्रस्त बस को टक्कर मार दी, जिसके बाद वह दूसरी ओर मुड़ते हुए सड़क से नीचे उतर गई। अधिकारी ने कहा, “सौभाग्य से इस घटना में किसी भी बच्चे को मामूली चोट तक नहीं आई।” अधिकारी ने बताया कि स्कूली बच्चों को दूसरी बस में बैठाकर उनके गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि स्कूल बस का चालक इस मामले का अहम प्रत्यक्षदर्शी है और उसका बयान दर्ज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस के अधिकांश यात्रियों ने टिकट ऑनलाइन बुक की थी। अधिकारी ने कहा, “हमारे पास उनके मोबाइल नंबर हैं और उनके परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है।” अधिकारी ने बताया कि शवों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण कराया जाएगा। दुर्घटना को याद करते हुए बस चालक रफीक ने बताया कि ट्रक सड़क का डिवाइडर पार करके दूसरी ओर से आकर उनकी बस से टकरा गया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ट्रक डिवाइडर को पार कर सामने से आ रही बस से टकरा गया। ट्रक की रफ्तार बहुत तेज थी। उस समय मैं 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बस चला रहा था। मैंने सामने से वाहन को आते देखा। मुझे केवल इतना याद है कि ट्रक बस से टकराया, उसके बाद क्या हुआ और मुझे कैसे बाहर निकाला गया, यह मुझे नहीं पता।’’
रफीक ने कहा, ‘‘सामने से वाहन को आते देख मैंने बस को नियंत्रित करने की कोशिश की। मेरी बस बगल से जा रहे एक अन्य वाहन से भी छू गई थी। मुझे नहीं पता वह कौन सा वाहन था लेकिन मैं नियंत्रण नहीं कर सका।’’ बस के खलासी मोहम्मद सादिक को हादसे में मामूली चोट आई है और उनका भी इलाज किया जा रहा है। सादिक ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि वह बस से बाहर जा गिरे। उन्होंने कहा, ‘‘सामने से आ रहे ट्रक ने टक्कर मारी। मैं बस के अगले हिस्से में था और हादसे के समय सो रहा था। टक्कर के कारण बस का शीशा टूट गया और मैं बाहर जा गिरा।’’
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में दुर्घटना में लोगों की मौत से गहरा दुःख हुआ है। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’ पोस्ट में कहा गया है, ‘‘प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। हादसे में घायल हुए प्रत्येक व्यक्ति को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।’’ मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने भी हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। हादसा इतना भीषण था कि बस और ट्रक दोनों पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और सड़क पर भी आग गई, जिसे बुझाने के लिए लोग जूझते नजर आए। जली हुई बस के अवशेष राष्ट्रीय राजमार्ग पर पड़े दिखे।

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