ताजमहल के बदलते रंग पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को लगाई कड़ी फटकार

ताजमहल के बदलते रंग पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को लगाई कड़ी फटकार

ताजमहल के बदलते रंग पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को लगाई कड़ी फटकार
Modified Date: November 29, 2022 / 08:24 pm IST
Published Date: May 1, 2018 1:29 pm IST

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को ताजमहल के बदलते रंग पर चिंता जताते हुए केंद्र सरकार को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि यह स्मारक पहले सफेद रंग का था, फिर पीला होने लगा और अब भूरा और हरा होने लगा है। अदालत ने तल्खी के साथ कहा, ‘हमें नहीं पता कि आपके पास इसकी विशेषज्ञता है या शायद नहीं है। यदि आपके पास विशेषज्ञता हो तो भी आप इसका उपयोग नहीं कर रहे हैं, या शायद आप परवाह नहीं करते’।

अदालत ने केंद्र सरकार को सलाह दी कि भारतीय और विदशी विशेषज्ञों की मदद से इसके नुकसान का आकलन करने के बाद ताजमहल का मूल रूप बहाल करने के लिए कदम उठाए जाएं।

 ⁠

यह भी पढ़ें :त्रिपुरा सीएम बिप्लब देब के बिगड़े बोल- ‘मेरी सरकार पर कोई नाखून भी लगाएगा तो नाखून काट दिया जाएगा’

इससे पूर्व न्यायमूर्ति मदन बी लोकूर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने पर्यावरणविद और  अधिवक्ता महेश चंद्र मेहता द्वारा पेश तस्वीरों का अवलोकन करने के बाद अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एएनएस नाडकर्णी से सवाल किया कि ताजमहल का रंग क्यों बदल रहा है। पीठ ने कहा, ‘पहले यह पीला था और अब यह भूरा और हरा हो रहा है।’ इस पर नाडकर्णी ने पीठ से कहा कि ताजमहल का प्रबंधन पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को करना होता है।

इस मामले में अगली सुनवाई 9 मई को होगी। बता दें कि पर्यावरणविद मेहता ने मथुरा ऑइल रिफाइनरी के धुएं से होने वाले वायु प्रदूषण से ताजमहल को हो रहे नुकसान और इसके संरक्षण के लिए जनहित याचिका दायर की हुई है।

वेब डेस्क, IBC24


लेखक के बारे में