नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना ने शुत्रुओं के प्लेन, ड्रोन और क्रूज मिसाइलों पर नजर रखने वाली एडब्ल्यूएसी निगरानी प्रणाली की खरीद टाल दी है। वायु सेना इस सर्विलांस सिस्टम की दो यूनिट खरीदने वाला था, लेकिन अत्याधिक महंगा हो जाने के कारण इस खरीद को रद्द कर दिया गया। इस बीच भारत ने खुद इस तरह का सर्विलांस सिस्टम डेवलम करने का निर्णय कर लिया है। इतना ही नहीं इसे डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल से मंजूरी भी मिल चुकी है। भारत दो एयरबस-330 विमान अधिगृहीत कर उसमें देश में निर्मित एडब्ल्यूएसी सिस्टम तैनात कर 360 डिग्री सर्विलांस सिस्टम डेवलप करेगा, जो किसी मायने में इजरायली राडारों से कमतर नहीं होंगे। परियोजना के पहले चरण में दो विमान के साथ शुरूआत की जा रही है। इस पूरी प्रणाली को विकसित करने में पांच से छह साल लग सकते है।