नयी दिल्ली, एक अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महात्मा गांधी की 156वीं जयंती की पूर्व संध्या पर बुधवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी और सभी नागरिकों से स्वच्छ, पूर्ण रूप से सशक्त एवं समृद्ध भारत के निर्माण के उनके सपने को साकार करने का संकल्प लेने को कहा।
एक संदेश में, उन्होंने सभी से राष्ट्रपिता के आदर्शों और मूल्यों के प्रति समर्पित होने का आह्वान किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि गांधीजी ने शांति, सहिष्णुता और सत्य का संदेश दिया, जो संपूर्ण मानवता के लिए प्रेरणा है।
मुर्मू ने कहा, ‘गांधीजी ने अपना जीवन अस्पृश्यता, निरक्षरता, नशाखोरी और अन्य सामाजिक बुराइयों को मिटाने के लिए समर्पित कर दिया। अटूट दृढ़ संकल्प के साथ, उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों को शक्ति और समर्थन प्रदान किया।’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘गांधी जयंती पर, आइए हम फिर से सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने का संकल्प लें, राष्ट्र के कल्याण और प्रगति के लिए प्रतिबद्ध रहें और स्वच्छ, पूर्ण रूप से सशक्त तथा समृद्ध भारत का निर्माण करके गांधीजी के सपने को साकार करें।’
उन्होंने कहा कि गांधीजी ने जीवन भर नैतिकता और आचार-विचार में अटूट विश्वास बनाए रखा और लोगों को उस मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। राष्ट्रपति ने कहा कि बापू ने चरखे के माध्यम से आत्मनिर्भरता का संदेश दिया, जिसका उद्देश्य आत्मनिर्भर, स्वावलंबी और शिक्षित भारत का निर्माण करना था।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘गांधीजी ने अपने आचरण और शिक्षाओं के माध्यम से हमेशा श्रम की गरिमा को बढ़ावा दिया। उनके जीवन मूल्य आज भी प्रासंगिक हैं और भविष्य में भी हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।’
भाषा आशीष सुभाष
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