तमिलनाडु के नेताओं ने श्रीलंका में मुल्लीवाइकल स्मारक को ढहाए जाने की निंदा की

तमिलनाडु के नेताओं ने श्रीलंका में मुल्लीवाइकल स्मारक को ढहाए जाने की निंदा की

तमिलनाडु के नेताओं ने श्रीलंका में मुल्लीवाइकल स्मारक को ढहाए जाने की निंदा की
Modified Date: November 29, 2022 / 08:45 pm IST
Published Date: January 9, 2021 11:28 am IST

चेन्नई, नौ जनवरी (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी, उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम तथा द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन समेत अन्य नेताओं ने श्रीलंका में 2009 में गृह युद्ध के चरम पर होने के दौरान मुल्लीवाइकल में जान गंवाने वाले तमिलों की याद में बने स्मारक को ढहाए जाने की शनिवार को निंदा की।

इस स्मारक का निर्माण साल 2019 में जाफना विश्वविद्यालय में किया गया था।

पलानीस्वामी ने कहा कि इस विध्वंस से पूरी दुनिया के तमिल ‘दुखी’ हैं। उन्होंने स्मारक ढहाए जाने के लिये श्रीलंका सरकार को जिम्मेदार बताया।

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मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, ”बड़े अफसोस की बात है कि श्रीलंका में युद्ध के अंतिम चरण में मुल्लीवाइकल में बेरहमी से कत्ल किये गए विश्वविद्याल के छात्रों और आम लोगों की याद में बने स्मारक स्तंभ को रातोंरात ढहा दिया गया।”

पन्नीरसेल्वम ने भी विध्वंस की कड़ी निंदा करते हुए ट्विटर पर लिखा कि यह घटना ऐसे समय में हुई है कि जब ”ईलम युद्ध” में जान गंवाने वाले लोगों को न्याय मिलने की उम्मीद नजर आ रही थी।

द्रमुक अध्यक्ष स्टालिन ने घटना पर अफसोस जताते हुए कहा कि भारत को विध्वंस की निंदा करनी चाहिये।

स्टालिन ने प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए ट्वीट किया कि पीएमओ को ”स्तब्ध करने वाली इस घटना की निंदा” करनी चाहिये।

उन्होंने कहा, ”दुनियाभर के तमिल यही आशा करते हैं।”

भाषा जोहेब नीरज

नीरज


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