हैदराबाद, 10 दिसंबर (भाषा) तेलंगाना में ग्राम पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान शुरू होने से पहले सूर्यापेट जिले में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी दल के समर्थकों के बीच हुई झड़प में भारतीय राष्ट्र समिति (बीआरएस) के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामाराव ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस ‘‘हत्या की राजनीति’’ कर रही है।
उन्होंने कहा, “यह सत्तारूढ़ दल के दिवालियापन को दर्शाता है कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव का सामना करने में असमर्थ होने के कारण वह हमलों का सहारा ले रही है।”
यह घटना मंगलवार को चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद लिंगमपल्ली गांव में हुई।
पुलिस ने बताया कि दो समूहों के बीच हुई कहासुनी के बाद लाठी-डंडों से हमला और पथराव किया गया, जिसमें 57 वर्षीय व्यक्ति के सिर में चोट आई।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “उन्हें पहले सूर्यापेट के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर हैदराबाद के एक अन्य अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया लेकिन बुधवार तड़के उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।”
मृतक व्यक्ति की बहू वार्ड सदस्य का चुनाव लड़ रही है।
पुलिस को दी गई शिकायत में मृतक के परिवार वालों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस समर्थकों के हमले में उनकी मौत हुई।
पुलिस ने बताया कि गांव में स्थिति शांतिपूर्ण है और अतिरिक्त बल की तैनाती की गयी है।
रामा राव ने एक बयान में कहा, “बीआरएस कांग्रेसी गुंडों के अत्याचारों को बर्दाश्त नहीं करेगा।”
उन्होंने आश्वासन दिया कि बीआरएस नेतृत्व पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता और नेता के साथ खड़ा रहेगा तथा मृतक कार्यकर्ता के परिवार को सहायता प्रदान करेगा।
रामा राव ने पुलिस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
पुलिस ने बताया कि नुथनकल थाने में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
तेलंगाना राज्य निर्वाचन आयोग ने इससे पहले राज्य में ग्राम पंचायत चुनावों के लिए तीन चरणों में मतदान कराने की घोषणा की थी।
भाषा जितेंद्र सिम्मी
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