तेलंगाना के डीजीपी ने माओवादियों के फिर से उभार की आशंका को खारिज किया

तेलंगाना के डीजीपी ने माओवादियों के फिर से उभार की आशंका को खारिज किया

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  • Publish Date - December 30, 2025 / 06:37 PM IST,
    Updated On - December 30, 2025 / 06:37 PM IST

हैदराबाद, 30 दिसंबर (भाषा) तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बी शिवधर रेड्डी ने राज्य में माओवादियों के फिर से उभार की आशंका को मंगलवार को पूरी तरह से खारिज कर दिया।

उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के 500 से अधिक सदस्यों के 2025 में तेलंगाना पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने के बाद माओवादी हथियार डाल रहे हैं।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘किसी भी प्रकार के उभार का कोई सवाल ही नहीं है…न ही उन्हें कोई समर्थन मिल रहा है, न ही पार्टी में कोई भर्ती हो रही है। इसलिए, हमें पूरा विश्वास है कि यह समस्या दोबारा पैदा नहीं होगी।’

तेलंगाना में माओवादियों के सक्रिय समूहों या उनके उभार के खतरे के बारे में पूछे गए एक प्रश्न पर डीजीपी ने यह बात कही।

इस साल तेलंगाना पुलिस के समक्ष भाकपा (माओवादी) के दो केंद्रीय समिति सदस्यों और 11 राज्य समिति सदस्यों सहित कुल 509 भूमिगत कार्यकर्ताओं ने आत्मसमर्पण किया।

उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले कुल 509 माओवादियों में से 483 छत्तीसगढ़ से, 24 तेलंगाना से और एक-एक महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से हैं।

जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें माओवादियों के फिर से संगठित होने की कोई संभावना दिखती है, इस पर तेलंगाना के पुलिस प्रमुख ने कहा, ‘मुझे ऐसा नहीं लगता…क्योंकि वे न केवल आत्मसमर्पण कर रहे हैं, बल्कि अपने हथियार भी डाल रहे हैं। इससे पता चलता है कि अब उनकी सक्रियता कम हो गई है…।’

भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) प्रमुख के. चंद्रशेखर राव के राज्य में अपराध दर बढ़ने संबंधी आरोपों पर डीजीपी ने इसका खंडन करते हुए कहा कि कानून व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में है।

भाषा आशीष दिलीप

दिलीप