चुनाव से पहले TDP को लगे बैक टू बैक 2 झटके, दो दिन में दो विधायकों ने दिया इस्तीफा
चुनाव से पहले TDP को लगे बैक टू बैक 2 झटके, दो दिन में दो विधायकों ने दिया इस्तीफा
आंध्र प्रदेश: प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव और देश में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर जहां सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारी में लगे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी टीडीपी को दो दिनों में बैक टू बैक दो झटके लगे हैं। बुधवार को गुंटूर विधायक एम वेणुगोपाल रेड्डी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने टीडीपी में सम्मान नहीं मिलने का हवाला देते हुए पार्टी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू और विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा। बता दें सोमवार को भी वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक सी रामा कृष्णा रेड्डी ने टीडीपी से इस्तीफा दे दिया था।
Telugu Desam Party MLA Modugula Venugopala Reddy tenders his resignation to Andhra Pradesh assembly speaker Kodela Siva Prasada Rao and TDP National President N Chandra Babu Naidu pic.twitter.com/gCzxKLBVns
— ANI (@ANI) March 5, 2019
विधायक एम वेणुगोपाल रेड्डी के इस्तीफे के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि वे वाईएसार कांग्रेस मे शामिल हो सकते हैं और 8 मार्च को अधिकारिक घोषणा कर सकते हैं। वहीं, सूत्रों का यह भी कहना है कि वेणुगोपाल रेड्डी आगामी लोकसभा चुनाव में वाईएसआरसीपी की टिकट पर गुंटूर और नरसारावपेट से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। बताया यह भी जा रहा है कि इस्तीफे से पहले वेणुगोपाल रेड्डी ने वाईएसार कांग्रेस प्रमुख जगन मोहन रेड्डी से मुलाकत की थी।
Read More: राफेल मामले में लगाई गई पुर्नविचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट बुधवार को करेगा सुनवाई
बता दें कि टीडीपी विधायक एम वेणुगोपाल रेड्डी ने इसी सिलसिले में आज अपने विधानसभा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक की। बैठक के दौरान विधायक एम वेणुगोपाल रेड्डी भावुक हो गए। विधायक ने इस बात की पुष्टि की वह ऐसी जगह पर नहीं रह सकते जहां पर उनका सम्मान ना हो। उन्होंने कहा अभी तक वह पार्टी आलाकमान मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के फोन का इंतजार कर रहे थे, लेकिन पार्टी की तरफ से किसी भी तरह से अभी तक किसी भी तरह का कोई संदेश नहीं आने पर उन्होंने टीडीपी पार्टी छोड़ने का निर्णय किया है। उन्होंने हैदराबाद छोड़ने से पहले आखिरी बार पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एक ग्रुप फोटों खिचवाई।
Read More: सुप्रीम कोर्ट ने 10 साल बाद बदला अपना ही सजा-ए-मौत का फैसला, कहा- हुई थी गंभीर चूक

Facebook



