Pahalgam Attack:
नई दिल्लीः Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के मशहूर पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है. अनुच्छेद 370 के बाद जम्मू-कश्मीर की इकोनमी का एक अहम हिस्सा रहा टूरिजम उठना शुरू हुआ था, लेकिन मंगलवार को पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमलों ने एक बार राज्य की इस अहम गतिविधि पर ब्रेक लगाना शुरू कर दिया है। जम्मू-कश्मीर में सैकड़ों आतंकी हमले हुए, लेकिन टूरिस्ट कभी टारगेट नहीं रहे। इसकी वजह थी कि कश्मीर घूमने आने वालों से ही कश्मीरियों के घर चलते हैं।
Pahalgam Attack: दरअसल, अनुच्छेद 370 के बाद घाटी के बदले माहौल का असर दिखना शुरू हुआ और पर्यटक धरती की जन्नत की तरफ आने शुरू ही हुए कि कोविड आ गया। लेकिन कोविड की शुरुआती लहर के बाद जिस तरह से राज्य में इस सेक्टर ने उठना शुरू किया, वह तीन-चार सालों में एक बार फिर कश्मीर की इकोनमी के चेहरे पर गुलाबी रंगत ले आया। रिपोर्ट्स की मानें तो 2019 में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने से ठीक पहले इस खूबसूरत राज्य ने वर्ष 2018 में 1.6 करोड़ पर्यटकों की मेजबानी की थी। वर्ष 2024 में यह संख्या 2.36 करोड़ के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। अकेले कश्मीर घाटी में 34 लाख 98 हजार से अधिक पर्यटक आए। ऐसे पर्यटक स्थानीय आजीविका और राज्य की इकोनमी में बड़ा योगदान देते रहे हैं, लेकिन हालिया आतंकी हमले को बड़ा झटका माना जा रहा है, जिससे उबरना आसान नहीं होगा।
एक्सपर्ट मान रहे हैं कि इस हमले से कश्मीर के टूरिज्म बिजनेस को झटका लगने वाला है। हमले के बाद पर्यटकों ने घाटी छोड़ना शुरू कर दिया है। कुछ फ्लाइट्स के जरिए श्रीनगर से वापस अपने शहर लौट रहे हैं, तो कई नेशनल हाईवे से जम्मू लौट रहे हैं। कश्मीर घूमने की तैयारी कर रहे टूरिस्ट बुकिंग कैंसिल कर रहे हैं।