ठाकुर ने सदन में ई-सिगरेट पीने के लिए तृणमूल सांसद के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई

ठाकुर ने सदन में ई-सिगरेट पीने के लिए तृणमूल सांसद के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई

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  • Publish Date - December 12, 2025 / 04:00 PM IST,
    Updated On - December 12, 2025 / 04:00 PM IST

नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखित शिकायत सौंपकर सदन के अंदर कथित तौर पर ई-सिगरेट पीने वाले तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

ठाकुर ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में तृणमूल सांसद का नाम लिये बिना यह मुद्दा उठाया था।

अपनी शिकायत में भाजपा सांसद ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद को सदन की कार्यवाही के दौरान खुलेआम इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट का इस्तेमाल करते हुए देखा गया।’’

उन्होंने यह भी कहा कि सदन में मौजूद कई सदस्यों को यह कृत्य ‘‘स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था’’।

ठाकुर ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र के ‘‘पवित्र स्थान’’ लोकसभा कक्ष के भीतर प्रतिबंधित पदार्थ और निषिद्ध उपकरण का ‘‘खुलेआम उपयोग’’ न केवल संसदीय मर्यादा और अनुशासन का घोर उल्लंघन है, बल्कि संसद द्वारा बनाये गये कानूनों के तहत एक संज्ञेय अपराध भी है।

उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब सरकार और संसद ने तंबाकू और निकोटीन उत्पादों के सभी रूपों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है, इस तरह का आचरण न केवल सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाता है, बल्कि एक बेहद गलत मिसाल कायम करता है और देश के युवाओं को एक खतरनाक संदेश देता है।

भाजपा सांसद ने अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में कहा, ‘‘इसलिए, मैं आपसे विनम्र निवेदन करता हूं कि वह नियमों और कानून के इस गंभीर उल्लंघन का तत्काल संज्ञान लें एवं सदन की उचित समिति या प्रणाली के माध्यम से घटना की जांच का निर्देश दें।’’

उन्होंने बिरला से लोकसभा की कार्य प्रक्रिया एवं संचालन नियमों के अनुसार संबंधित सदस्य के खिलाफ उचित अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने का भी आग्रह किया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अध्यक्ष से अनुरोध किया, ‘‘कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और इसे रिकॉर्ड में दर्ज किया जाए, ताकि सदन की गरिमा और मर्यादा बनी रहे।’’

बिरला ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में ठाकुर द्वारा यह मुद्दा उठाने पर कहा था कि यदि इस मामले में लिखित शिकायत दर्ज की जाती है, तो वह कार्रवाई करेंगे।

देश में कुछ साल पहले ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

भाषा

सुरेश वैभव

वैभव