नई दिल्लीः Adina Mosque controversy, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद युसूफ पठान के एक ट्वीट को लेकर विवाद हो रहा है। युसूफ पठान जिस पुरानी मस्जिद के सामने फोटो खिंचवाई है, उसे लेकर सोशल मीडिया यूजर्स कमेंट्स कर रहे हैं। इसे लेकर पश्चिम बंगाल भाजपा ने भी ट्वीट किया है और इसे प्राचीन आदिनाथ मंदिर बताया है।
दरअसल, युसूफ पठान ने X पोस्ट में लिखा, ‘पश्चिम बंगाल के मालदा में स्थित अदिना मस्जिद एक ऐतिहासिक मस्जिद है जिसका निर्माण 14वीं शताब्दी में इलियास शाही वंश के दूसरे शासक सुल्तान सिकंदर शाह ने करवाया था। 1373-1375 ई. में निर्मित, यह अपने समय में भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे बड़ी मस्जिद थी, जो इस क्षेत्र की स्थापत्य कला की भव्यता को दर्शाती है।’
Correction: Adinath Temple ✅ https://t.co/mjFzqO7gnP
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) October 17, 2025
युसूफ पठान के इस पोस्ट पर कई यूजर्स ने कमेंट्स किए और मस्जिद को प्राचीन मंदिर बताया। कोल्ड कॉफी नाम के एक यूजर ने लिखा कि मालदा में प्राचीन आदिनाथ हिंदू मंदिर था, जिसे सुल्तान सिकंदर शाह ने 14वीं शताब्दी में मस्जिद बनवा दिया।
यह विवाद शुरू हुआ @GemsOfINDOLOGY नाम के ट्विटर हैंडल के रीट्विट करने से। इस यूजर ने युसूफ पठान के ट्वीट को रिपोस्ट करते हुए लिखा, ‘मालदा में अदिना मस्जिद, हेलो-कोई सुनने वाला है।’
तो वहीं @planH_In ने लिखा, ‘डियर यूसुफ पठान, आप सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक, आदिनाथ मंदिर के परिसर में खड़े हैं, जिसे इस्लामी आक्रांताओं ने अपवित्र करके उस पर कब्जा कर लिया था। आपके संदर्भ के लिए कुछ तस्वीरें संलग्न हैं। अब समय आ गया है कि इस अन्याय और बर्बरता को मिटाकर मंदिर के गौरव को पुनः स्थापित किया जाए।’
Dear Yusuf Pathan, you are standing in the campus of one of the largest Hindu Temples, Adinath Temple, which was desecrated and occupied by Islamic invaders. Attached are some images for your reference.
It is time to undo the injustice and barbarity, and reestablish the temple’s… pic.twitter.com/CUc1z5lnHD— PlanH (@planH_In) October 16, 2025
वहीं @gelsonluz ने लिखा, इस मस्जिद का असली रहस्य एक शक्तिशाली, परिष्कृत साम्राज्य की मूक गवाही है। इसका भव्य डिज़ाइन सिर्फ़ आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि वास्तुशिल्पीय महत्वाकांक्षा का एक साहसिक बयान है। यह एक बीते युग की भव्यता का एक शांत संरक्षक है।