संविधान में बंगाल में हो रही हिंसा से निपटने के कई प्रावधान मौजूद हैं : बाबुल सुप्रियो

संविधान में बंगाल में हो रही हिंसा से निपटने के कई प्रावधान मौजूद हैं : बाबुल सुप्रियो

संविधान में बंगाल में हो रही हिंसा से निपटने के कई प्रावधान मौजूद हैं : बाबुल सुप्रियो
Modified Date: November 29, 2022 / 08:29 pm IST
Published Date: November 20, 2020 8:36 am IST

कोलकाता, 20 नवम्बर (भाषा) केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने शुक्रवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस को ‘‘मतदाताओं को डराना-धमकाना’’ बंद करना चाहिए, अन्यथा संविधान में इससे निपटने के प्रावधान मौजूद हैं।

सुप्रियो ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में 130 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है।

उन्होंने एक स्थानीय समाचार चैनल को कहा, ‘‘ तृणमूल कांग्रेस को अपने तौर-तरीके बदलने चाहिए। चुनाव में अब कुछ महीने ही बचे हैं। अगर तृणमूल के सदस्यों को लगता है कि वे मतदाताओं को डरा-धमका सकते हैं और राजनीतिक हिंसा कर सकते हैं, तो संविधान में इससे निपटने के प्रावधान मौजूद हैं।’’

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सुप्रियो ने दावा किया कि राज्य के लोगों ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट देने का मन बना लिया है।

यहां चुनाव अगले साल अप्रैल-मई में होने हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ हम चाहते हैं कि तृणमूल को सत्ता में लाने वाले लोग अब लोकतांत्रिक प्रक्रिया के माध्यम से ही वर्तमान सरकार को गिराएं।’’

वहीं, तृणमूल ने कहा कि सुप्रियो ऐसा कहकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का संकेत दे रहे हैं।

तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कहा, ‘‘ अगर वह राज्य में धारा 356 लगाने का संकेत दे रहे हैं, तो वह पहले उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की बात करें, जहां कानून के शासन का अस्तित्व ही समाप्त हो गया है।’’

भाषा निहारिका नरेश

नरेश


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