बेंगलुरु, 10 अप्रैल (भाषा) कर्नाटक में तुमकुरु जिले के सिरा में बेंगलुरू के लिए दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा स्थापित करने की मांग तेज हो गई है और गृह मंत्री जी परमेश्वर इसका समर्थन कर रहे हैं तो वहीं बुनियादी ढांचा मंत्री एमबी पाटिल ने बृहस्पतिवार को संकेत दिया कि ऐसा किया जाना संभवत: व्यावहारिक नहीं है।
पाटिल ने कहा कि यदि सिरा में हवाई अड्डा बनाया जाता है तो यह बेंगलुरू के लिए एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा न होकर एक जिला या क्षेत्रीय हवाई अड्डा बन जायेगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधायक टी बी जयचंद्र के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान में विभिन्न दलों के कई विधायकों ने हाल में मुख्यमंत्री और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को दी गई एक अर्जी पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें प्रस्तावित हवाई अड्डा बेंगलुरू से लगभग 120 किलोमीटर दूर सिरा में स्थापित करने का अनुरोध किया गया है।
राज्य सरकार ने शहर के दूसरे हवाई अड्डे के लिए पहले ही तीन स्थानों को सूचीबद्ध कर लिया है – दो स्थान हारोहल्ली के निकट कनकपुरा रोड पर और एक नेलमंगला में कुनिगल रोड पर तथा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) की टीम ने पिछले कुछ दिनों में इन स्थलों का निरीक्षण किया है।
पाटिल ने कहा, ‘‘यदि सिरा में हवाई अड्डा बनना है – जयचंद्र वरिष्ठ हैं, मैं उनका सम्मान करता हूं – तो यह बेंगलुरु के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा नहीं होगा और यह तुमकुरु तथा चित्रदुर्ग जिलों के लिए हवाई अड्डा बन जायेगा।’’
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने यहां तक कहा है कि हम तुमकुरु, सिरा और चित्रदुर्ग क्षेत्र के लिए एक जिला हवाई अड्डे पर विचार कर रहे हैं।’’
सिरा में हवाई अड्डा स्थापित करने की मांग पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि इस संबंध में सलाहकारों के साथ चर्चा की जाएगी, जो रिपोर्ट तैयार करेंगे।
इस बीच, तुमकुरु में पत्रकारों से बात करते हुए परमेश्वर ने कहा कि यदि सिरा या कोरटगेरे या क्षेत्र के किसी अन्य स्थान पर हवाई अड्डा बनता है तो उन्हें खुशी होगी, क्योंकि इससे वहां विकास में मदद मिलेगी।
परमेश्वर ने कहा कि एएआई ने कनकपुरा रोड के निकट और नेलमंगला में कुनिगल रोड पर स्थित स्थलों का निरीक्षण किया है। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने वहां निरीक्षण किया है, उनके अपने मापदंड होंगे जिसके आधार पर वे सिफारिशें देंगे। वे निरीक्षण के लिए सिरा नहीं आए हैं, अगर वे इस पर विचार करते हैं तो यह मददगार होगा।’’
गृह मंत्री ने कहा, ‘‘यदि हवाई अड्डा सिरा या वसंत नारायणपुर या उसके आसपास के किसी क्षेत्र में बनता है तो यह मददगार साबित होगा।’’ उन्होंने कहा कि इससे 20 जिलों को मदद मिलेगी।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे के स्थल को तकनीकी व्यवहार्यता के आधार पर अंतिम रूप दिया जायेगा।
पाटिल ने कहा कि राज्य सरकार ने तीन स्थलों को चुना है और एएआई की टीम ने इनका निरीक्षण किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बात की जांच की है कि भूमि उपयुक्त है या नहीं और इनकी रिपोर्ट इसी के आधार पर तैयार की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘एएआई की भूमिका केवल इतनी ही होगी। एएआई से उम्मीद है कि वह संभवतः पंद्रह दिन या एक महीने में व्यवहार्यता रिपोर्ट दे देगा।’’
भाषा
देवेंद्र माधव
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