पायलट के आपात स्थिति की सूचना देने पर विमान को श्रीनगर में उतारा गया,200 से अधिक यात्री थे सवार

पायलट के आपात स्थिति की सूचना देने पर विमान को श्रीनगर में उतारा गया,200 से अधिक यात्री थे सवार

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  • Publish Date - May 21, 2025 / 10:05 PM IST,
    Updated On - May 21, 2025 / 10:05 PM IST

श्रीनगर, 21 मई (भाषा) दिल्ली से बुधवार को 220 से अधिक लोगों को लेकर श्रीनगर जा रही इंडिगो की उड़ान खराब मौसम की वजह से प्रतिकूल परिस्थितियों में फंस गई, जिसके बाद पायलट ने यहां विमान यातायात नियंत्रण ‘आपात स्थिति’ की सूचना दी और फिर उसे सुरक्षित रूप से यहां उतारा गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

सोशल मीडिया पर प्रतिकूल स्थिति के क्षणों के वीडियो सामने आए हैं, जिनमें घबराए हुए यात्रियों को विमान के हिलने के दौरान प्रार्थना करते हुए देखा जा सकता है।

एक यात्री ने दावा किया कि विमान का ‘नोज (अगला हिस्सा)’ क्षतिग्रस्त हो गया।

भारतीय विमानपत्तनम प्राधिकरण के एक अधिकारी ने यहां कहा, ‘‘ दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की उड़ान 6ई2142 को खराब मौसम (ओलावृष्टि) का सामना करना पड़ा। तब पायलट ने एटीसी एसएक्सआर (श्रीनगर) को आपात स्थिति की सूचना दी।’’

उन्होंने कहा कि उड़ान शाम साढ़े छह बजे सुरक्षित ढंग से श्रीनगर उतरा।

उन्होंने कहा, ‘‘ चालक दल के सभी सदस्य और 227 यात्री सुरक्षित हैं। एअरलाइन ने उड़ान को एओजी घोषित कर दिया है।’’

एअरक्राफ्ट ऑन ग्राउंड (एओजी) का तात्पर्य है कि तकनीकी कारणों से विमान को हवाई अड्डे पर रोक दिया गया है और वह फिलहाल उड़ नहीं सकता।

ओवैस मकबूल हकीम ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘ मैं विमान में था ……यह एक मौत जैसा अनुभव था…विमान का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।’’

हकीम ने अपने अन्य पोस्ट में दावा किया, ‘‘विमान का अगला और दाहिना हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया…और हमें ज्यादा कुछ देखने की अनुमति नहीं थी क्योंकि वहां वायुसेना पुलिस मौजूद थी।’’

दिल्ली से प्राप्त समाचार के अनुसार एअरलाइन ने एक बयान में कहा, ‘‘दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की उड़ान 6ई2142 को रास्ते में अचानक ओलावृष्टि का सामना करना पड़ा। उड़ान और चालक दल ने स्थापित प्रोटोकॉल का पालन किया और विमान को श्रीनगर में सुरक्षित रूप से उतारा गया।’’

इंडिगो के अनुसार, विमान के पहुंचने के बाद हवाई अड्डे की टीम ने यात्रियों की देखभाल की ।

इंडिगो ने कहा कि विमान का जरूरी निरीक्षण और रखरखाव संबंधी कार्य किया जाएगा।

भाषा राजकुमार पवनेश

पवनेश