ओडिशा विधानसभा में हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही शाम चार बजे तक स्थगित
ओडिशा विधानसभा में हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही शाम चार बजे तक स्थगित
भुवनेश्वर, 23 सितंबर (भाषा) ओडिशा विधानसभा में मंगलवार को विपक्षी बीजद विधायकों ने त्रिस्तरीय पंचायत पदाधिकारियों की कीमत पर बीडीओ को सशक्त बनाने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के फैसले के खिलाफ सदन में विरोध प्रदर्शन किया जिसके चलते सदन में हंगामा हुआ। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
सुबह 10.30 बजे जैसे ही सदन में प्रश्नकाल शुरू हुआ, बीजू जनता दल (बीजद) विधायक हाथों में तख्तियां लिये सदन में विधानसभा अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
बीजद सदस्यों ने मांग की कि राज्य सरकार ‘खंड विकास अधिकारियों (बीडीओ) और अभियंताओं की वित्तीय शक्तियां बढ़ाने’ का मंत्रिमंडल का फैसला वापस ले।
विधानसभा में बीजद के उपनेता प्रसन्ना आचार्य ने कहा, ‘‘निर्वाचित पंचायत सदस्यों की परियोजनाओं पर कोई राय नहीं होगी, क्योंकि अधिकारी ही सभी निर्णय लेंगे। त्रिस्तरीय पंचायत पदाधिकारियों की कीमत पर अभियंताओं और बीडीओ को सशक्त बनाया गया है।’’
मौजूदा मानसून सत्र का यह चौथा दिन था जब प्रश्नकाल बाधित हुआ।
कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि बीजद सदस्य कार्यवाही बाधित करके सत्तारूढ़ भाजपा का बचाव कर रहे हैं।
कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता रामचंद्र कदम ने कहा, ‘बीजद और भाजपा मिलकर काम करते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि विधानसभा की कार्यवाही बाधित रहे।’
अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपनी सीट पर लौटने की कई बार अपील की। सदन चलाने में असमर्थ होने पर, विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही शाम 4 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
हंगामे के बीच, विधानसभा अध्यक्ष ने पंचायती राज एवं पेयजल मंत्री रबी नारायण नाइक को भाजपा सदस्य उपासना महापात्रा के प्रश्न का उत्तर देने की अनुमति दी।
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री गणेशराम सिंह खुंटिया ने भी भाजपा सदस्य बाबू सिंह के प्रश्नों का उत्तर दिया।
प्रश्नकाल 10 मिनट तक चल सका, जबकि बीजद सदस्य आसन के सामने नारेबाजी कर रहे थे।
भाषा अमित माधव
माधव

Facebook



