राफेल विमानों ने अपने प्रदर्शन से कर्तव्य पथ पर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया

राफेल विमानों ने अपने प्रदर्शन से कर्तव्य पथ पर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया

राफेल विमानों ने अपने प्रदर्शन से कर्तव्य पथ पर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया
Modified Date: January 26, 2025 / 03:32 pm IST
Published Date: January 26, 2025 3:32 pm IST

नयी दिल्ली, 26 फरवरी (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान कम ऊंचाई पर उड़ने वाले राफेल विमानों ने अपने प्रदर्शन से कर्तव्य पथ के दोनों ओर जमा दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

तीन सुखोई-30 लड़ाकू विमानों ने जब हवाई कलाबाजी करते हुए इंडिया गेट के ठीक ऊपर त्रिशूल के आकार में अलग होने से पहले 900 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कर्तव्य पथ पर गर्जना की, तो वहां मौजूद भीड़ अवाक रह गई।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कई गणमान्य व्यक्ति और बड़ी संख्या में एकत्र हुए लोगों को इन हवाई योद्धाओं के साहस की सराहना करते देखा गया।

 ⁠

जैसे ही तीन लड़ाकू जेट इंडिया गेट को पार करते दिखाई दिए, एक सीधे ऊपर की ओर बढ़ गया और दो अन्य विमान दोनों तरफ से दूर हो गए। यह दृश्य त्रिशूल की आकृति बना रहा था। पौराणिक कथाओं के मुताबिक, त्रिशूल भगवान शिव का शस्त्र है।

परेड के अंतिम चरण में राफेल विमान ने सलामी मंच से महज 300 मीटर की ऊंचाई पर ‘विक्ट्री रोल’ का प्रदर्शन किया और फिर लंबवत अधिक ऊंचाई पर उड़ान भरी।

फ्लाईपास्ट में हिस्सा लेने वाले 40 विमानों ने जांबाजी भरे कारनामों से दर्शकों का मन मोह लिया। इन विमानों में राफेल के अलावा सुखोई, जगुआर, डॉनियर, अपाचे हेलीकॉप्टर, सी-17, सी-295 आदि शामिल थे।

भाषा

ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र पारुल

पारुल


लेखक के बारे में