ban on selling single cigarettes

अब आपको नहीं मिलेगी ‘सिंगल सिगरेट’, स्मोकिंग करने वालों को सरकार ने दिया जोर का झटका

There may be a ban on selling single cigarettes संसद की स्थायी समिति ने सिंगल सिगरेट की बिक्री पर भी रोक लगाने का प्रस्ताव दिया है।

Edited By :   Modified Date:  December 11, 2022 / 04:36 PM IST, Published Date : December 11, 2022/4:36 pm IST

 ban on selling single cigarettes: नई दिल्ली। देश में तंबाकू उत्पादों और अल्कोहल के सेवन पर प्रभावी रोक लगाने की सिफारिशें की गई हैं। संसद की स्थायी समिति ने सिंगल सिगरेट की बिक्री पर भी रोक लगाने का प्रस्ताव दिया है। समिति का मानना है कि सिंगल सिगरेट की बिक्री किए जाने से जहां खपत बढ़ती है तो वहीं तंबाकू नियंत्रण अभियान पर भी असर पड़ता है। इसके साथ ही संसद की स्थायी समिति द्वारा एयरपोर्ट के स्मोकिंग जोन को बंद किए जाने की सिफारिश भी की गई है।

Read more: Post Office FD: इस सरकारी योजना से आप कमा सकते हैं 15 लाख रुपये, जानें फॉर्मूला और स्कीम डिटेल्स 

समिति के अनुसार GST लागू होने के बाद भी तंबाकू उत्पादों पर टैक्स में ज्यादा वृद्धि नहीं हुई है। ऐसे में संभावना है कि आम बजट में तंबाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ोतरी होगी। इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर के हवाले से समिति ने कहा है कि अल्कोहल और तंबाकू का सेवन करने से कैंसर की आशंका बढ़ती है।

गुटखा, सुगंधित तंबाकू और माउथ फ्रेशनर के नाम से बिकने वाले उत्पादों पर भी रोक लगे। तंबाकू उत्पादों से मिलने वाले टैक्स का इस्तेमाल कैंसर पीड़ितों में इलाज में किया जाएगा। साथ ही अतिरिक्त राशि का उपयोग तंबाकू के खिलाफ जागरूकता फैलाने में किया जाए। मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल के कैंसर सर्जन पंकज चतुर्वेदी का कहना है कि तंबाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ने से कैंसर के मामलों में कमी आ सकती है।

तंबाकू उत्पादों पर टैक्स स्लैब ठीक नहीं

हेल्थ इकोनॉमिस्ट और राजगिरि कॉलेज सोशल साइंसेज, कोच्चि के एडजंक्ट प्रोफेसर रिजो एम. जॉन का कहना है कि तंबाकू उत्पादों पर टैक्स स्लैब ठीक नहीं है। लोगों की सेहत के लिए ये बेहतर होगा कि इन पर टैक्स बढ़ाया जाए।

Read more: New Education Policy: अब ग्रेजुएशन में भी करनी होगी इंटर्नशिप, जानें क्या है UGC का FYUP प्लान 

टैक्स बढ़ाने से खपत में 61% तक कमी संभव

 ban on selling single cigarettes: वॉलेंटरी हेल्थ एसोसिएशन ऑफ इंडिया और अन्य एक्सपर्ट के प्रस्ताव के अनुसार प्रति बीड़ी न्यूनतम दर 1 रुपए और सिगरेट की 12 रुपए की जाए। स्मोक फ्री सिगरेट पर 90% टैक्स बढ़ाया जाए। इससे 416 अरब रुपए का राजस्व बढ़ेगा। बीड़ी की खपत में 48%, सिगरेट में 61% और तंबाकू की खपत में 25% की कमी आएगी।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

 
Flowers