कोलकाता, 27 फरवरी (भाषा) कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर निरंकुश शासन चलाने का आरोप लगाया, जहां असहमति जताने वाले किसी भी व्यक्ति को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है।
चौधरी ने आरोप लगाया कि तृणमूल नेता संदेशखालि में अपनी पार्टी के नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों के कथित अत्याचारों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं के विरुद्ध अपशब्द बोल रहे हैं।
उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में शेख और उनके समर्थकों द्वारा जमीन हड़पने एवं महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर पिछले कुछ हफ्तों से विरोध प्रदर्शन जारी है।
चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘टीएमसी सरकार में एक निरंकुश शासन चल रहा है, जहां किसी भी असहमति जताने वाले को विभिन्न मामलों में फंसा दिया जाता है, यहां तक कि पत्रकार भी सुरक्षित नहीं हैं। पत्रकारों को गिरफ्तार किया जा रहा है और संपादकों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे हैं। कुछ टीएमसी नेता सच बोलने वाली महिलाओं को ‘एक्टर’ बता रहे हैं।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता उस वीडियो क्लिप पर टिप्पणी कर रहे थे, जिसमें कथित तौर पर टीएमसी विधायक शौकत मुल्ला को यह आरोप लगाते हुए दिखाया गया है कि संदेशखालि में प्रदर्शनकारी महिलाएं बाहरी थीं, जो विपक्षी दलों के इशारे पर कैमरे के सामने अभिनय कर रही थीं।
समाचार एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ उस वीडियो क्लिप की प्रामाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करती, जो सोमवार रात से प्रसारित हो रहा है।
चौधरी ने कहा, ‘‘महिलाओं के खिलाफ ऐसे बयानों के लिए निंदा का कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं हो सकता है। जो लोग ऐसे बयान दे रहे हैं उन्हें खुद को आईना दिखाना चाहिए। संदेशखालि की महिलाओं का विरोध प्रदर्शन आने वाले दिनों में टीएमसी के पतन की भविष्यवाणी करता है।’’
बहरामपुर से कांग्रेस सांसद ने आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी की गिरफ्तारी की भी निंदा की, जिन्हें पहले संदेशखालि जाने से रोक दिया गया था।
चौधरी ने कहा, ”दीदी (मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) डरी हुई हैं, क्योंकि सिद्दीकी ने उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी को (अपने खिलाफ) चुनाव लड़ने की चुनौती दी है।”
भाषा सुरेश दिलीप
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