आज रात को “ओल्ड मंक” खोलने से पहले  पद्मश्री  कपिल मोहन को दें श्रद्धांजलि

आज रात को “ओल्ड मंक” खोलने से पहले  पद्मश्री  कपिल मोहन को दें श्रद्धांजलि

आज रात को “ओल्ड मंक” खोलने से पहले  पद्मश्री  कपिल मोहन को दें श्रद्धांजलि
Modified Date: November 29, 2022 / 07:46 pm IST
Published Date: January 9, 2018 10:50 am IST

ओल्ड मंक एक ऐसा नाम जो सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लोकप्रिय है. इस नाम को सफलता की बुलंदियों पर पहुंचाने वाले रिटायर्ड ब्रिगेडियर कपिल मोहन का बीते शनिवार को निधन हो गया, कपिल मोहन मोहन मिकेन लिमिटेड कंपनी के पूर्व चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर थे।  


कपिल मोहन आर्मी में थे और रिटायरमेंट के बाद उनके लिए शराब का कारोबार भी कोई नई चीज नहीं थी, क्योंकि पिता एमएन मोहन भी शराब कारोबारी ही थे। शराब कारोबार में सफर की शुरुआत 1885 में हुई, सफर की शुरुआत जितनी आसानी से हुई थी, आगे की राह इतनी आसान नहीं थी, सन 2000 में ओल्ड मंक दुनियाभर में सबसे ज्यादा बिकने वाली डार्क रम रही, इतनी ऊंचाई पर पहुंचने के बाद कपिल मोहन को कुछ दिक्कतों का भी सामना किया।  लेकिन कपिल मोहन एक के बात एक हर कठिनाई को सफलता में तब्दील करते रहे और उनकी इस सफलता से ओल्ड मंक नाम से बहुचर्चित ब्रांड बन गया.

 

जो राह चुनी वहां मिली सफलता

क्योंकि कपिल मोहन के पिता शराब कारोबारी थे तो उनके लिए बिजनेस करना बड़ी बात नहीं थी लेकिन उन्होंने भारतीय सेना जॉइन कर ली और देश की सेवा करते रहे। इसके लिए उन्हें विशिष्ट सेवा मेडल भी मिला और वो ब्रिगेडियर रहते सेना से रिटायर हुए। 

 

2010 में मिला पद्म श्री सम्मान

कपिल मोहन को व्यापार के क्षेत्र में मिली उपलब्धियों के चलते सरकार ने 2010 में पद्मश्री से सम्मानित भी किया था।

 

वेब डेस्क, IBC24


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