नयी दिल्ली, आठ दिसंबर (भाषा) राज्यसभा ने सोमवार को अपने पूर्व सदस्य स्वराज कौशल को उनके निधन पर श्रद्धांजलि दी।
मिजोरम के पूर्व राज्यपाल तथा वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का चार दिसंबर को यहां 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।
उच्च सदन की बैठक शुरु होने पर कौशल के निधन का जिक्र करते हुए सभापति सी पी राधाकृष्णन ने कहा कि पेशे से वकील स्वराज ने अपने कानून के पेशे का उपयोग वंचितों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जो न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का परिचायक है।
उन्होंने बताया कि कौशल ने 1992 से 2004 तक उच्च सदन में हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया था।
सभापति ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के सोलन में 12 जुलाई 952 में जन्मे स्वराज ने 1986 में हुए मिजोरम शांति समझौते सहित कुछ प्रमुख संवेदनशील शांति बहाली पहलों में अहम भूमिका निभाई थी। वह 1990 में मिजोरम के सबसे कम उम्र के राज्यपाल बने।
राधाकृष्णन के अनुसार, कौशल सार्वजनिक सेवा को समर्पित परिवार से संबंद्ध थे। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी सुषमा स्वराज दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री थीं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री की भूमिका भी निभाई और वह इस सदन की सदस्य भी रहीं। उनकी बेटी बांसुरी स्वराज लोकसभा की सदस्य हैं।
सभापति ने कहा कि स्वराज के निधन से देश ने एक बेहतर न्यायविद, बेहतरीन प्रशासक और एक उत्कृष्ट नागरिक को खो दिया है।
इसके बाद सदस्यों ने अपने स्थानों पर खड़े हो कर कुछ पल मौन रखा और दिवंगत पूर्व सदस्य को श्रद्धांजलि दी।
उच्च सदन में गोवा में एक नाइट क्लब में लगी भीषण आग में जान गंवाने वालों को भी श्रद्धांजलि दी गई।
सभापति ने इस हादसे का जिक्र करते हुए कहा कि हादसे में इतनी अधिक संख्या में लोगों का मारा जाना बेहद त्रासदीपूर्ण है।
सदस्यों ने कुछ पल मौन रह कर दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी।
उत्तरी गोवा के अरपोरा स्थित नाइट क्लब ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ में पांच दिसंबर को देर रात करीब 12 बजे आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई।
भाषा मनीषा माधव
माधव