अगरतला, नौ नवंबर (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की त्रिपुरा इकाई ने सोमवार को राज्य की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह विपक्षी दलों को अगरतला के स्वामी विवेकानंद मैदान में रैलियां करने से रोकने की कोशिश कर रही है।
‘सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स’ (सीआईटीयू) के राज्य सम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष जितेन्द्र चौधरी ने कहा कि राज्य में रजवाड़ी शासन खत्म होने के बाद यह मैदान ऐतिहासिक रूप से सभी राजनीतिक पार्टियों की सभाओं के लिए उपयोग किया जाता रहा है
उन्होंने कहा, “वर्तमान सरकार के तहत, यह मैदान अधिकांश समय सरकार समर्थित व्यापार मेलों या प्रदर्शनी के लिए इस्तेमाल किया जाता है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी प्रयासों के तहत इस स्थान को सरकारी कार्यक्रमों के लिए इस्तेमाल किया गया है, जो विपक्षी दलों की बढ़ती गतिविधियों को लेकर “सरकार की चिंता” को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, “सरकार को पता था कि सीआईटीयू विवेकानंद मैदान में राज्य सम्मेलन के लिए विशाल रैली आयोजित करेगा। यही कारण है कि कई हफ्तों तक इस मैदान को व्यापार मेलों के आयोजन के लिए रखा गया। यह विपक्ष के प्रति सत्तारूढ दल की चिंता को दर्शाता है।”
पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने कहा कि भाजपा त्रिपुरा में माकपा के बढ़ते प्रभाव से डरती है।
सरकार ने कहा, “वे विवेकानंद मैदान में माकपा के कार्यक्रमों से डरते हैं। सरकार ने वहां रैली आयोजित करने की अनुमति नहीं दी। इसलिए सीआईटीयू ने आज की रैली ओरिएंट चौमुहानी में पुलिस की अनुमति के बिना आयोजित की। हमें भविष्य में भी ऐसा ही करना पड़ सकता है।”
भाषा जोहेब माधव
माधव