असम में लगातार तीसरे दिन मूसलाधार बारिश, भूस्खलन में दो बच्चों की मौत

असम में लगातार तीसरे दिन मूसलाधार बारिश, भूस्खलन में दो बच्चों की मौत

असम में लगातार तीसरे दिन मूसलाधार बारिश, भूस्खलन में दो बच्चों की मौत
Modified Date: November 29, 2022 / 08:39 pm IST
Published Date: June 16, 2022 5:14 pm IST

गुवाहाटी, 16 जून (भाषा) असम में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश जारी रही। बुधवार को भूस्खलन के कारण दो और लोगों की मौत हो गयी और बाढ़ की स्थिति बदतर हो गयी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया, ग्वालपारा जिले के आजाद नगर इलाके में भूस्खलन के कारण एक मकान गिरने से दो बच्चों की कुचलकर मौत हो गयी, जिससे इस साल असम में बाढ़ और भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 44 हो गयी।

मृतक बच्चों की पहचान 11 वर्षीय हुसैन अली और आठ वर्षीय अस्मा खातून के रूप में हुई है।

 ⁠

गुवाहाटी में, नूनमती इलाके में दिनभर हुए भूस्खलन के कारण तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गये।

खारगुली क्षेत्र के जॉयपुर, बोंडा कॉलोनी, दक्षिण सरानिया, गीतानगर के अमायापुर और 12 माइल समेत कईं इलाकों में मलबे के कारण सड़क पर जाम लग गया।

अधिकारियों ने बताया कि निज़ारापार की ओर जाने वाली सड़क को साफ करने का कार्य किया जा रहा है, जहां भारत रत्न डॉ भूपेन हजारिका का घर है।

राजभवन के पास मूसलाधार बारिश से दो बिजली के खंभे भी क्षतिग्रस्त हो गये।

अधिकारियों के अनुसार, राज्य के कम से कम 18 जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है, कामरूप मेट्रो, कामरूप, नलबाड़ी और बारपेटा से ताजा क्षेत्रों में बाढ़ की सूचना है।

18 जिलों में बाढ़ से करीब 75 हजार लोग प्रभावित हुए हैं।

ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, जबकि मानस नदी कुछ स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

गुवाहाटी में अनिल नगर, नबीन नगाए, जू रोड, सिक्स माइल, नूनमती, भूतनाथ, मालीगांव जैसे इलाकों में लगातार तीसरे दिन भी जलभराव जारी रहने से गुवाहाटी में जनजीवन ठप हो गया है।

प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक रूप से घर के बाहर नहीं आने की अपील की है।

क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने असम और मेघालय में मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी है। असम के निचले जिलों के उपायुक्तों ने भी शैक्षणिक संस्थानों को शनिवार तक कक्षाएं स्थगित करने के निर्देश जारी किए हैं।

मौसम केंद्र ने मंगलवार से बृहस्पतिवार तक असम और मेघालय के लिए ‘रेड अलर्ट’ और शुक्रवार और शनिवार को ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।

जिला अधिकारियों ने स्थानीय लोगों की सहायता के लिए सात शिविर और नौ राहत वितरण केंद्र खोले हैं। कुल 1,224 लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है और अकेले कामरूप महानगर में 677 लोग रह रहे हैं।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, भारी बारिश और बाढ़ के कारण अब तक 13 तटबंध टूट गए, 64 सड़कें और एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया।

भाषा फाल्गुनी उमा

उमा


लेखक के बारे में