जयपुर, 21 फरवरी (भाषा) राजस्थान के मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के संदर्भ में एक ‘‘अनुचित’’ शब्द का इस्तेमाल किए जाने पर शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा में हंगामा हुआ और कांग्रेस विधायकों की नारेबाजी के बीच सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने प्रश्नकाल के दौरान कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास संबंधी प्रश्न का उत्तर देते समय विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘2023-24 के बजट में भी आपने हर बार की तरह अपनी ‘दादी’ इंदिरा गांधी के नाम पर इस योजना का नाम रखा था।’’
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस पर आपत्ति जताई और मंत्री से माफी मांगने एवं शब्द को कार्यवाही से हटाए जाने की मांग की। इसके बाद कांग्रेस के विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी और वे आसन के सामने आ गए।
इस बीच, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा, ‘‘दादी सम्मानित शब्द है।’’
कांग्रेस के विधायक आसन की ओर बढ़ने लगे तो विधानसभा अध्यक्ष से अपराह्न 11 बजकर 36 मिनट पर कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी कांग्रेस विधायकों की नारेबाजी जारी रही जिसके बाद कार्यवाही को फिर से दो बजे तक स्थगित कर दिया गया।
इसके बाद दो बजे भी कांग्रेस के सदस्यों की आसन के सामने नारेबाजी जारी रही और कार्यवाही को चार बजे तक स्थगित कर दिया गया।
जूली ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) सरकार के मंत्री की टिप्पणी लज्जाहीन एवं अमर्यादित है।’’
उन्होंने मंत्री से माफी मांगने को कहा।
विधायक एवं कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘इंदिरा जी का अपमान, नहीं सहेगा राजस्थान। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी पर टिप्पणी करने वाले भाजपा सरकार के मंत्री अविनाश गहलोत माफी मांगे।’’
इस बीच, संसदीय कार्य मंत्री पटेल ने सदन के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज हमारे सभी मंत्री प्रश्न का प्रभावी तरीके से जवाब दे रहे थे। प्रतिपक्ष एकदम बौखला गया। दादा, दादी, मामा, मामी- ये असंसदीय भाषा नहीं है, ये सम्मानजनक शब्द हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को अगर दादी कहकर संबोधित किया जाए तो यह असंसदीय नहीं, सम्मानजनक शब्द है।’’
भाषा पृथ्वी नरेश सिम्मी
सिम्मी