Uttarkashi Trekking Incident
Uttarkashi Trekking Incident: उत्तराखंड के उत्तरकाशी से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है जहां। 4400 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद सहस्त्रताल में अचानक मौसम खराब होने से वहां ट्रेकिंग पर गए 22 सदस्यों के दल में से 5 ट्रैकर्स की मौत हो गई। बताया गया कि कर्नाटक और महाराष्ट्र के पर्वतारोहियों का यह दल खराब मौसम में रास्ता भटक गया था। 2 जून को कोखली टॉप के बेस कैंप के पास घने कोहरे और बर्फबारी के बीच ट्रैकर्स को पूरी रात बितानी पड़ी थी।
दरअसल, दल के चार महिलाओं समेत पांच लोगों की ठंड में तबीयत बिगड़ने से मौत हुई। जानकारी मिलने पर प्रशासन ने जमीनी और हवाई बचाव अभियान शुरू किया। वायुसेना, SDRF और प्राइवेट हेलिकॉप्टरों की मदद से ट्रेकिंग दल के 13 लोगों को रेस्क्यू कर बचाया गया है। वहीं अभी भी 4 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। युद्धस्तर पर शुरू रेस्क्यू के तहत बुधवार शाम तक 13 ट्रैकरों को सुरक्षित निकाला गया। वहीं, पांच ट्रैकरों के शव बरामद कर लिए गए। दोपहर बाद मौसम बिगड़ने से रेस्क्यू रोकना पड़ा। रेस्क्यू टीमों में वायुसेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, निम, वन विभाग आदि शामिल हैं।
Uttarkashi Trekking Incident: बताया गया कि SDRF कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने बताया, ‘अब भी 4 ट्रेकर्स लापता हैं। इन लापता ट्रेकर्स की तलाश चल रही है। मरने वाले पांचों बेंगलुरु के हैं। उनके शवों को निकाल लिया गया है। मृतकों के नाम आशा सुधाकर (71), सिंधु (45), सुजाता (51), चित्रा परिणीथ (48) और विनायक (54) हैं। दल में शामिल गाइड समेत अन्य चार की खोज और बचाव के लिए अभियान युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है। बता दें कि साल 2022 में हुए निम के द्रौपदी का डांडा हिमस्खलन हादसे के बाद दूसरा बड़ा हादसा है। उस हादसे में 28 पर्वतारोहियों की हिमस्खलन की चपेट में आने से मौत हुई थी। हादसे के बाद से एक व्यक्ति आज भी लापता है।