Tiger Man Valmik Thapar Passed Away/ Image Credit: @ashishmaharishi X Handle
नई दिल्ली: Tiger Man Valmik Thapar Passed Away: भारत के प्रसिद्ध बाघ संरक्षक और लेखक वाल्मीक थापर का निधन हो गया है। वाल्मीक थापर को कैंसर की बिमारी थी और 73 साल की उम्र में उन्हने दुनिया को अलविदा कह दिया। वाल्मीक थापर को ‘टाइगर मैन’ के नाम से भी जाना जाता था। वाल्मीक थापर ने अपने पूरे जीवन में रणथंभौर के बाघों और जंगलों की रक्षा के लिए कार्य किया। 1988 में वाल्मीक थापर ने रणथंभौर फाउंडेशन बनाई, जो एक गैर-सरकारी संस्था है। यह संस्था स्थानीय लोगों के साथ मिलकर जंगलों और बाघों की सुरक्षा करती है। इतना ही नहीं रणथंभौर फाउंडेशन द्वारा शिकार करने वालों के खिलाफ सख्त कानून बनाने और बाघों के रहने की जगहों को बचाने के लिए लगातार आवाज उठाई जाती रही हैं।
Tiger Man Valmik Thapar Passed Away: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, वाल्मीक थापर ने सरकार के 150 से ज्यादा पैनलों में काम किया और वन्यजीवों पर 30 से अधिक किताबें लिखी है। थापर साल 2005 में यूपीए सरकार की टाइगर टास्क फ़ोर्स के सदस्य भी रहे थे। यह टास्क फ़ोर्स सारिस्का टाइगर रिजर्व से अचानक बाघ गायब हो जाने के बाद बनाई गई थी। वाल्मीक थापर ने कहा था कि, अगर बाघों को लंबे समय तक बचाना है तो जमीन का एक बड़ा हिस्सा वन्यजीवों के लिए सुरक्षित करनी पड़ेगी। वाल्मीक थापर को उनके गुरु फतेह सिंह राठौर से प्रेरणा मिली, जो भारत के जाने-माने संरक्षणकर्ता थे।
Tiger Man Valmik Thapar Passed Away: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने वाल्मीक थापर के निधन पर दुख जताया है। जयराम रमेश ने कहा कि, थापर के निधन से बाघ और जंगल बचाने के लिए किए जा रहे कार्य में बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। जयराम रमेश ने अपने बयान में आगे कहा कि, ज रणथंभौर जो है, वह वाल्मीक थापर की मेहनत और लगन का ही नतीजा है।
Tiger Man Valmik Thapar Passed Away: आपको बता दें कि, भारत के बाघों को दुनिया के सामने पहचान दिलाने के लिए वाल्मीक थापर ने बहुत बड़ा काम किया है। थापर ने वन्यजीव (wildlife) डॉक्यूमेंट्री बनाने में मदद की और BBC के लिए कई फिल्में पेश कीं। इतना ही नहीं साल 2004 में थापर से माय टाइगर फैमिली’ नाम की डॉक्यूमेंट्री में हिस्सा लिया, जिसमें उन्होंने 50 सालों तक रणथंभौर के जंगली बाघों का अध्ययन किया।