मनरेगा से बेहतर है ‘वीबी-जी राम जी’ योजना, गांवों का कायाकल्प करेगी : शिवराज चौहान

मनरेगा से बेहतर है 'वीबी-जी राम जी' योजना, गांवों का कायाकल्प करेगी : शिवराज चौहान

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  • Publish Date - December 23, 2025 / 09:11 PM IST,
    Updated On - December 23, 2025 / 09:11 PM IST

जयपुर, 23 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि ‘विकसित भारत-जी राम जी’ योजना ग्रामीण भारत को बदल देगी और यह कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार के समय लाए गए मनरेगा से ‘कहीं बेहतर’ है।

नागौर के मेड़ता शहर में किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा कि इस योजना में गांवों के सर्वांगीण विकास और मजदूरों के लिए रोजगार के बेहतर अवसरों का प्रावधान है।

कांग्रेस द्वारा ‘विकसित भारत-जी राम जी’ योजना के विरोध का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के लोग बड़े परेशान हैं, आलोचना कर रहे हैं… गड़बड़ हो गई, लोगों का रोजगार छीन जाएगा।”

केंद्रीय मंत्री ने कहा,”लेकिन यह योजना भारत के गांवों का कायाकल्प करके रख देगी। इसमें मजदूरों का कल्याण और किसानों का ध्यान भी रखा गया है।”

चौहान ने कहा कि मौजूदा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) कार्यक्रम के तहत मजदूरों को 100 दिन का रोजगार दिया जाता है, जिसे अब बढ़ाकर 125 दिन कर दिया गया है।

चौहान ने कहा, ‘हमने इसे घटाया नहीं बल्कि बढ़ाया है। वे (कांग्रेस) मजदूरों को डराने और भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।’

उन्होंने कहा कि अब इस योजना के तहत कुल वार्षिक खर्च लगभग 1.51 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है।

उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘कांग्रेस खेत नहीं जानती, गलियां नहीं जानती। उन्होंने न तो खेत देखे हैं और न ही गांव और न ही धूल। उन्हें यह भी नहीं पता कि आलू जमीन के नीचे उगते हैं या ऊपर।’

इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के विकास के लिए रूपरेखा बनाकर काम कर रही है। पानी की प्राथमिकता को समझते हुए हमने रामजल सेतु लिंक परियोजना, यमुना जल समझौता, गंगनहर की मरम्मत जैसे निर्णय लिए हैं।

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चौथे चरण के तहत चालू वित्त वर्ष के पहले बैच में तीन हजार 200 किलोमीटर से अधिक की 1,216 सड़कों एवं एक पुल के लिए दो हजार 89 करोड़ रुपये के कार्यों का स्वीकृति पत्र सौंपा।

इस दौरान नागौर जिले में भी 351 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया।

भाषा

अवि, पृथ्वी रवि कांत