नयी दिल्ली, 28 जून (भाषा) केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार देश में 150 मुख्य जलाशयों में उपलब्ध पानी अपनी कुल भंडारण क्षमता से घटकर महज 20 प्रतिशत रह गया है।
पिछले दो सप्ताह से जलाशयों में उनकी कुल भंडारण क्षमता का 21 प्रतिशत पानी था और उससे एक सप्ताह पहले यह 22 प्रतिशत था।
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने भारत में 150 बड़े जलाशयों में भंडारण के स्तर में काफी कमी दर्ज की है।
सीडब्ल्यूसी के ताजा बुलेटिन के अनुसार कुल उपलब्ध भंडारण क्षमता 36.368 अरब घन मीटर (बीसीएम)है जो इन जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता का महज 20 प्रतिशत है।
हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान समेत उत्तरी क्षेत्र में 10 जलाशयों में कुल भंडारण क्षमता 19.663 बीसीएम है। फिलहाल इनमें भंडारण स्तर 5.239 बीसीएम या क्षमता का 27 प्रतिशत है।
असम, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, नगालैंड और बिहार समेत पूर्वी क्षेत्र में 23 जलाशयों में कुल भंडारण क्षमता 20.43 बीसीएम है।
यहां इस समय भंडारण का स्तर 3.643 बीसीएम या क्षमता का 17.83 प्रतिशत है जो पिछले साल दर्ज 17.84 प्रतिशत से मामूली सा कम है।
गुजरात और महाराष्ट्र समेत पश्चिमी क्षेत्र में 49 जलाशयों में कुल भंडारण क्षमता 37.13 बीसीएम है। हालांकि मौजूदा भंडारण 7.471 बीसीएम या क्षमता का 20.12 प्रतिशत है।
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत मध्य क्षेत्र में 26 जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता 48.227 बीसीएम है और मौजूदा भंडारण का स्तर 11.693 बीसीएम या क्षमता का 24 प्रतिशत है।
वहीं आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु समेत दक्षिणी क्षेत्र में 42 जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता 53.334 बीसीएम है। इनमें वर्तमान भंडारण स्तर 8.322 बीसीएम है जो कुल क्षमता का 16 प्रतिशत है और पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत कम है।
भाषा वैभव नरेश
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