PM Modi in Parliament | Image Source- IBC24
नई दिल्लीः पीएम मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि 10 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत हो रहे एक्शन को रोकने की घोषणा की। इसे लेकर यहां भांति भांति की बातें कही गईं। ये वही प्रोपेगैंडा है जो सीमा पार से फैलाया गया है। कुछ लोग सेना द्वारा दिए गए तथ्यों की जगह पाकिस्तान के झूठे प्रचार को आगे बढ़ाने में लगे हैं। कुछ चीजें मैं याद दिलाना चाहता हूं जब सर्जिकल स्ट्राइक हुआ हमने लक्ष्य तय किया था, कि हम दुश्मन के इलाके में जाकर आतंकियों के ठिकानों को नष्ट करेंगे। एक रात के उस ऑपरेशन में हमारे लोग सूर्योदय तक अपना काम करके वापस आ गए।
पीएम मोदी ने कहा कि बालाकोट के समय भी यही हुआ। हमने कर दिखाया। ऑपरेशन सिंदूर के समय हमारा लक्ष्य तय था। हमारा लक्ष्य था कि आतंक के जो एपिसेंटर हैं, जहां से योजना बनी ट्रेनिंग मिली उस पर हमला करेंगे। हमने उनकी नाभि पर हमला कर दिया। जहां पहलगाम के आतंकियों का रिक्रूटमेंट हुआ, ट्रेनिंग मिलती थी, उस जगह को आइडेंटिफाई किया और ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकियों की नाभि पर प्रहार किया। इस बार भी हमारी सेना ने 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करके देश के सामर्थ्य का परिचय दिया। देश भूलता नहीं देश को याद है, 6 मई को ऑपरेशन सिंदूर हुआ, 7 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई और हमने स्पष्ट कर दिया कि आतंकियों अड्डे, आकाओं को हम नष्ट करना चाहते हैं। हमने स्पष्ट कर दिया कि हमने जो तय किया वह कर दिया।
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पीएम ने कहा कि देश-दुनिया भर से भारत को समर्थन मिला। यह दुर्भाग्य है कि मेरे देश के पराक्रम को कांग्रेस का समर्थन नहीं है। 22 अप्रैल के हमले के बाद 3-4 दिन में ही ये उछल रहे थे, कह रहे थे कहां गई 56 इंच की छाती, कहां गया मोदी, मोदी तो फेल हो गया। क्या मजा ले रहे थे। उनको लग रहा था कि बाजी मार ली। उन्होंने कहा कि पहलगाम के हमले में मारे गए निर्दोष लोगों की हत्या में भी अपनी राजनीति तलाश रहे थे। अपनी स्वार्थी राजनीति के लिए मुझ पर निशाना साध रहे थे। उनकी बयानबाजी छिछोरापन देश के सुरक्षा बलों का मनोबल गिरा रहा था। पीएम ने कहा कि कांग्रेस को न भारत के सामर्थ्य पर भरोसा है। न सेना पर इसलिए वे लगातार सवाल उठा रहे हैं। ऐसा करके मीडिया में हेडलाइंस तो ले सकते हैं, लेकिन देशवासियों के दिलों में जगह नहीं बना सकते।