कोलकाता, आठ अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि वह अगले सप्ताह फिर से भूस्खलन प्रभावित दार्जिलिंग का दौरा कर वहां जारी राहत एवं पुनर्वास कार्यों का व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण करेंगी।
बनर्जी उत्तर बंगाल के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने, आपदा से विस्थापित परिवारों से मिलने और आपातकालीन सहायता उपाय शुरू करने के बाद बुधवार अपराह्न राज्य की राजधानी कोलकाता लौटीं।
मुख्यमंत्री ने कोलकाता हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने 21 परिवारों से मुलाकात की है। हादसे में मारे गए नेपाल और भूटान के दो लोगों के शवों को उनके देश भेजने के प्रयास किए जा रहे हैं। हमने तस्वीरें भेज दी हैं।’’
उन्होंने कहा कि मिरिक में प्रभावित परिवारों के लिए कंबल, चावल, दाल, सूखा भोजन और दूध सहित 500 राहत किट भेजे गए हैं।
बनर्जी ने कहा, ‘‘जो लोग वहां रुकना चाहते हैं, उनका ध्यान रखा जा रहा है।’’ उन्होंने बताया कि 1,000 फंसे हुए पर्यटकों को 45 बसों में सुरक्षित वापस लाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्वास कार्य पहले ही शुरू हो चुका है। उन्होंने बताया कि रोहिणी क्षेत्र में दो नई सड़कें बनाई जा रही हैं, नागराकाटा में पुल की मरम्मत चल रही है, तथा मिरिक में कंक्रीट पुल का निर्माण पूरा होने तक एक अस्थायी पुल का निर्माण किया जा रहा है।
बनर्जी ने कहा, ‘‘मैंने अधिकारियों को 15 दिनों के भीतर अस्थायी पुल का निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है।’’
उन्होंने कहा कि दस वरिष्ठ अधिकारियों को क्षेत्र में तैनात किया गया है, तथा प्रदीप मजूमदार और गौतम देब जैसे प्रमुख मंत्री भी जमीनी स्तर पर अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगले हफ्ते मैं राहत कार्यों का निरीक्षण करने के लिए फिर से जाऊंगी। वहां राहत कार्य चल रहा है। हमें अगले 15 दिनों में उन नौकरियों का भी इंतजाम करना होगा जिनका वादा हमने (मृतकों के परिजनों को) किया था।’’
दार्जिलिंग जिले में पिछले सप्ताह आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण कम से कम 32 लोग मारे गए, कई लापता हैं तथा हजारों लोग फंसे हुए हैं।
बनर्जी ने विमान टिकटों की कीमत पर नाराजगी जताते हुए सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘‘जब कोई आपदा आई है, तो बागडोगरा से कोलकाता लौटने की कोशिश कर रहे लोगों से 18,000 रुपये क्यों वसूले जा रहे हैं? जिन लोगों को सीधी उड़ान नहीं मिल रही है और जिन्हें नई दिल्ली होकर जाना पड़ रहा है, उनसे 42,000 से 45,000 रुपये क्यों वसूले जा रहे हैं? क्या यह भेदभाव नहीं है?’’
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर छठ पूजा के दौरान पड़ोसी राज्य के लिए विमान किराए में वृद्धि नहीं करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘बिहार में विधानसभा चुनाव के कारण छठ पूजा के दौरान हवाई किराए में वृद्धि नहीं करने का निर्णय लिया गया। मुझे इस बात की खुशी है। लेकिन बंगाल के साथ यह सौतेला व्यवहार क्यों?’’
भाषा धीरज मनीषा
मनीषा