डब्ल्यूएचओ ने टीबी के खात्मे में ‘उत्साहजनक प्रगति’ के लिए भारत की सराहना की

डब्ल्यूएचओ ने टीबी के खात्मे में ‘उत्साहजनक प्रगति’ के लिए भारत की सराहना की

डब्ल्यूएचओ ने टीबी के खात्मे में ‘उत्साहजनक प्रगति’ के लिए भारत की सराहना की
Modified Date: November 19, 2025 / 12:49 am IST
Published Date: November 19, 2025 12:49 am IST

नयी दिल्ली, 18 नवंबर (भाषा) विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने तपेदिक (टीबी) को खत्म करने की दिशा में ‘उत्साहजनक प्रगति’ के लिए भारत की प्रशंसा की है।

मंगलवार को जारी एक बयान में, डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया ने यह भी कहा कि भारत में टीबी से संबंधित मृत्यु दर में सुधार के संकेत मिले हैं।

डब्ल्यूएचओ की वैश्विक क्षय रोग रिपोर्ट 2025 का हवाला देते हुए, बयान में कहा गया है कि 2024 में दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में टीबी का प्रभाव अलग-अलग बना रहा।

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म्यांमा और तिमोर-लेस्ते में टीबी की दर लगभग 480-500 प्रति लाख जनसंख्या दर्ज की गई, जिससे वे वैश्विक स्तर पर टीबी से अधिक प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हो गए।

बयान में कहा गया है कि भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल और थाईलैंड जैसे देशों में प्रति 100,000 पर 146 और 269 के बीच मामले दर्ज किए गए, जो स्थिर लेकिन बहुत धीमी गिरावट को दर्शाता है।

कुल संख्या के हिसाब से, भारत में टीबी से पीड़ित लोगों की अनुमानित संख्या 27 लाख से ज्यादा है, इसके बाद बांग्लादेश में यह संख्या 3,84,000, म्यांमा में 2,63,000, थाईलैंड में 1,04,000 और नेपाल में 67,000 है।

बयान में कहा गया है, ‘कई देशों में उत्साहजनक प्रगति हुई है। बांग्लादेश, भारत और थाईलैंड इनमें शामिल हैं।”

भाषा जोहेब अविनाश

अविनाश


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