Who was Maoist Nambala Keshav Rao? || Image- IBC24 News File
Who was Maoist Nambala Keshav Rao?: नई दिल्ली: नक्सलवाद के खिलाफ भारत की दशकों पुरानी लड़ाई में आज सरकार और पुलिस को एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को ऐलान करते हुए बताया कि, सुरक्षा बलों ने शीर्ष सीपीआई-माओवादी नेता, नंबाला केशव राव, जिसे बसवराजू के नाम से भी जाना जाता है उसे मिलकर 27 नक्सलियों को सफलतापूर्वक मार गिराया गया है। गृह मामलों के मंत्री अमित शाह ने यह भी बताया कि, नक्सलवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के तीन दशकों में यह पहली बार है कि किसी महासचिव स्तर के नेता को सुरक्षा बलों ने ढेर किया है।
Who was Maoist Nambala Keshav Rao?: प्रतिबंधित सीपीआई-माओवादी के महासचिव बसवराजू को नक्सली आंदोलन की वैचारिक और परिचालन रीढ़ माना जाता था, उनका मारा जाना तीन दशकों में पहली बार है, जब शीर्ष पद पर बैठे किसी नेता को भारतीय सुरक्षा बलों ने मार गिराया है।
Who was Maoist Nambala Keshav Rao?: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर शाह ने देश के सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों के अथक प्रयासों की प्रशंसा की और इस अभियान को प्रभावित क्षेत्रों में शांति बहाल करने में एक “बड़ी सफलता” बताया।
उन्होंने लिखा, “नक्सलवाद को खत्म करने की लड़ाई में एक ऐतिहासिक उपलब्धि.. आज, छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में एक ऑपरेशन में , हमारे सुरक्षा बलों ने 27 खूंखार माओवादियों को मार गिराया है, जिनमें सीपीआई-माओवादी के महासचिव , शीर्ष नेता और नक्सल आंदोलन की रीढ़ नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू भी शामिल हैं। नक्सलवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के तीन दशकों में यह पहली बार है कि एक महासचिव स्तर के नेता को हमारे बलों द्वारा मार गिराया गया है। मैं इस बड़ी सफलता के लिए हमारे बहादुर सुरक्षा बलों और एजेंसियों की सराहना करता हूं,”
A landmark achievement in the battle to eliminate Naxalism. Today, in an operation in Narayanpur, Chhattisgarh, our security forces have neutralized 27 dreaded Maoists, including Nambala Keshav Rao, alias Basavaraju, the general secretary of CPI-Maoist, topmost leader, and the…
— Amit Shah (@AmitShah) May 21, 2025
Who was Maoist Nambala Keshav Rao?: उन्होंने कहा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट के पूरा होने के बाद, छत्तीसगढ़ , तेलंगाना और महाराष्ट्र में 54 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 84 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।” गृह मंत्री ने दोहराया कि “मोदी सरकार 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को खत्म करने के लिए संकल्पबद्ध है।”