लिट्टे आतंकी प्रभाकरन की बेटी के जिंदा होने का दावा? महिला ने सोशल मीडिया में फैलाई सनसनी

LTTE terrorist Prabhakaran's daughter being alive? महिला ने खुद को प्रभाकरन की बेटी द्वारका बताते हुए महिला ने दुनिया के सामने अपनी पहचान उजागर करने की इच्छा जताई, वीडियो में साड़ी पहने महिला कह रही है कि, "मैं कई कठिनाइयों और विश्वासघातों को पार करने के बाद यहां हूं

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  • Publish Date - November 28, 2023 / 11:06 PM IST,
    Updated On - November 28, 2023 / 11:09 PM IST

LTTE terrorist Prabhakaran’s daughter being alive: चेन्नई। सोशल मीडिया पर एक महिला का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) के पूर्व प्रमुख प्रभाकरन की बेटी होने का दावा कर रही है, यह वीडियो 26 नवंबर को सामने आया था, इसी दिन प्रभाकरन का जन्मदिन होता था और अब इस दिन को श्रीलंकाई तमिल लिट्टे कैडरों के बलिदान दिवस के रूप में भी मनाते हैं।

महिला ने खुद को प्रभाकरन की बेटी द्वारका बताते हुए महिला ने दुनिया के सामने अपनी पहचान उजागर करने की इच्छा जताई, वीडियो में साड़ी पहने महिला कह रही है कि, “मैं कई कठिनाइयों और विश्वासघातों को पार करने के बाद यहां हूं, मुझे उम्मीद है कि एक दिन मैं ईलम भी जाऊंगी और अपने लोगों की सेवा करूंगी”

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आपको बता दें कि प्रभाकरन की मृत्यु के लगभग 14 साल बाद इस तरह का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें किसी ने प्रभाकरन के परिवार से जुड़े होने का दावा किया है। 2009 में श्रीलंकाई सेना ने प्रभाकरन को मार गिराया था, तब सेना ने दावा किया था मुल्लीवैक्कल में युद्ध के अंतिम दिनों में प्रभाकरन और उसका परिवार मारा गया था।

इस वीडियो में श्रीलंकाई तमिल में अपने 12 मिनट लंबे भाषण में महिला ने कहा कि जब श्रीलंकाई सरकार लिट्टे से सीधे मुकाबला करने में असमर्थ हो गई तो उसने शक्तिशाली देशों से समर्थन की मांग की। उन्होंने राजनीतिक जरूरतों के लिए विविधता में एकता की बात कहते हुए इस बात पर जोर दिया कि आजादी के लिए लिट्टे की लड़ाई जारी रहेगी।

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इसके साथ ही महिला ने विदेशों में रहने वाले श्रीलंकाई लोगों को संबोधित करते हुए श्रीलंका में हाशिए पर रहने वाले तमिलों की देखभाल करने की अपील की। महिला ने स्पष्ट किया कि तमिल संघर्ष सिंहली लोगों के खिलाफ नहीं है, बल्कि सरकार और भ्रष्ट राजनेताओं के खिलाफ है, जिन्होंने निर्दोषों को उनके खिलाफ खड़ा किया। महिला ने उम्मीद जताई कि सिंहली अलग-अलग विचारों के बावजूद अपने उद्देश्य को समझेंगे।