मेरठ : ‘coffee in kulhad’ and Mulayam Singh Yadav : समाजवादी पार्टी के संस्थापक और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का कल 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उनके निधन की खबर सुनते ही राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है। इसी बीच राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी नेताजी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए एक बहुत ही ख़ास किस्सा सुनाया।
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‘coffee in kulhad’ and Mulayam Singh Yadav : राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने धरतीपुत्र उनको यूं ही नहीं कहा जाता था। राज्यसभा सांसद को पुराना नारा भी याद आया। उन्होंने कहा कभी दीवारों पर लिखा रहता था जिसका जलवा कायम है उसका नाम मुलायम है। उन्होंने कहा कि धरती पुत्र या नेताजी थोपा हुआ नाम नहीं बल्कि उनके कृतित्व के कारण संज्ञा मिली थी। उन्होंने नेताजी के साथ कुल्हड़ में कॉफी का वाक्या याद किया। राज्यसभा सांसद ने कहा कि उन्होंने एक बार मुलायम सिंह जी के साथ कुल्हड़ में कॉफी पी थी। तब मुलायम सिंह ने कहा था कि कुल्हड़ में कॉफी का क्या मतलब है, तो लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने जवाब दिया था कुल्हड़ में कॉफी पीने की वजह से वे लक्ष्मीकांत वाजपेयी को हमेशा याद रखेंगे। मुलायम सिंह ने कहा था कि कुल्हड़ वाला एमएलए आप हमेशा याद रहोगे।
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‘coffee in kulhad’ and Mulayam Singh Yadav : वाजपेयी ने कहा कि मुलायम सिंह का व्यक्तित्व अनुकरणीय था, जो नारा उनके जीवन पर आत्मसात था। वो धरतीपुत्र थे। वाजपेयी ने कहा कि कभी उनके पास गया तो निराशा नहीं मिली। वे बात के बहुत धनी थे। राज्यसभा सांसद ने कहा कि मुलायम सिंह ने कभी एलिट क्लास की पॉलिटिक्स नहीं की थी।
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‘coffee in kulhad’ and Mulayam Singh Yadav : वहीं सांसद राजेंद्र अग्रवाल को वो बयान याद आया जब उन्होंने संसद में कहा था कि प्रधानमंत्री जी आप दोबारा प्रधानमंत्री बने उनका आशीर्वाद है। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव खुले दिल के व्यक्ति थे। मेरठ के नायब शहर काजी जैनुर राशेदीन ने मुलायम सिंह यादव को याद करते हुए कहा कि नेताजी ने काबिले तारीफ काम किया। उनके निधन से हिंदुस्तान की सियासत को बहुत बड़ा नुकसान हुआ।