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यदि आपको भी बेवजह होने लगती है चिंता…तो ये हो सकते हैं कारण, जानिए डॉक्टर्स की क्या है सलाह?

(Nikhil Vats) ने इस बात की जानकारी दी है कि लोगों में होने वाली Anxiety का प्रमुख कारण क्या है। उन्होंने हमारे शरीर में होने वाली कुछ हॉर्मोनल चेंजेस के बारे में भी बताया जो इसके पीछे का कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में डिटेल

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 01:49 PM IST, Published Date : August 6, 2022/9:29 am IST

Reason of Anxiety : आपने हमेशा लोगों को ये कहते हुए सुना होगा कि ‘चिंता चिता के समान होती है’ और ये बात काफी हद तक सही भी है। क्योंकि जब आप ज्यादा चिंता या डिप्रेशन में होते हैं तो यह आपके स्वास्थय के लिए काफी नुकसानदायक होता है। कुछ लोग तो ऐसे भी होते हैं जो किसी भी चीज को बहुत ज्यादा सोंचते हैं और यही चीज उनके दिमाग पर भी असर डालती है। आपको बता दें कि भारत के मशहूर हेल्थ एक्सपर्ट ‘निखिल वत्स’ (Nikhil Vats) ने इस बात की जानकारी दी है कि लोगों में होने वाली Anxiety का प्रमुख कारण क्या है। उन्होंने हमारे शरीर में होने वाली कुछ हॉर्मोनल चेंजेस के बारे में भी बताया जो इसके पीछे का कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में डिटेल

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Anxiety के 7 बड़े कारण

1. आंत में संक्रमण (Gut Infections)

अगर आप चिंता या किसी दूसरे मेंटल डिसऑर्डर से पीड़ित हैं, तो इसका कारण आपकी आंत में छिपा हो सकता है। कैंडिडा, SIBO, लीक होने वाली आंत, फूड सेंसिटिविटीज, ये सभी मूड असंतुलन में योगदान कर सकते हैं।

2. थायरॉइड डिसफंक्शन (Thyroid Dysfunction)

एक खराब काम करने वाला थायरॉइड चिंता, पैनिक अटैक, अवसाद, नकारात्मक विचार और लो सेल्फ स्टीम को बढ़ा सकता है।

3. एड्रिनल फैटिग (Adrenal Fatigue)

आपके स्ट्रेस को मैनेज करने के लिए आपके एड्रिनल्स मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं, ये आपके टेंशन के लेवल और अपर्याप्त मात्रा में स्ट्रेस हार्मोन (Stress Hormones) का उत्पादन करते हैं।

4. एस्ट्रोजन डोमिनेंस (Estrogen Dominance)

जब आपके पास अपने एस्ट्रोजन को संतुलित करने के लिए पर्याप्त प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) नहीं होता है, तो आप अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं, जो स्पेक्ट्रम के एक छोर से दूसरे छोर तक बेतहाशा उतार-चढ़ाव करते हैं।

5. ऑटोइम्यून डिसऑर्डर (Autoimmune Disorder)

ऑटोइम्यूनिटी एक मानसिक समस्या है. ऐसा इसलिए है क्योंकि ऑटोइम्यून डिसऑर्डर के लिए इनफ्लेमेश भी जिम्मेदार है और ये हमारे ब्रेन और नर्वस टिश्यू को डेमेज कर सकता है, जिससे मूड इम्बैलेंस होना तय है।

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