Stroke Risk: The pain of miscarriage is making women a heart patient

Stroke Risk: इस तरह के दर्द को न करें इग्नोर, गर्भपात महिलाओं को बना रहा है दिल का मरीज…

Stroke Risk: The pain of miscarriage जिन महिलाओं का गर्भपात हो गया हो या जिन्हें मृत शिशु पैदा हुआ हो उन्हें स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 03:11 PM IST, Published Date : July 5, 2022/7:14 pm IST

Stroke risk the pain of miscarriage: नई दिल्ली। नए शोध से पता चला है कि जिन महिलाओं का गर्भपात हो गया हो या जिन्हें मृत शिशु पैदा हुआ हो उन्हें स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है और यह जोखिम प्रत्येक गर्भपात या मृत शिशु जन्म के साथ बढ़ता है। स्ट्रोक वह स्थिति है, जब धमनी के अवरूद्ध या फटने के कारण मस्तिष्क तक रक्त नहीं पहुंच पाता है।

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ब्रिटिश मेडिकल जर्नल द्वारा आज प्रकाशित अध्ययन, गर्भावस्था के नुकसान और स्ट्रोक के बीच की कड़ी को निर्णायक रूप से दिखाने वाला पहला है। कई महिलाएं इस बात से अनजान होती हैं कि गर्भावस्था के दौरान उनके अनुभव बाद में होने वाले स्वास्थ्य खतरों का शुरुआती संकेत हो सकते हैं। अध्ययन के निष्कर्ष बताते हैं कि उनके डॉक्टरों को उनके बढ़ते जोखिम के प्रति सतर्क रहना चाहिए।

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इस कारण होता है स्ट्रोक
Stroke risk the pain of miscarriage: यह संभव है कि बांझपन, गर्भपात, और मृत शिशु जन्म अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ा सकता है। इनमें अंतःस्रावी विकार (कम एस्ट्रोजन या इंसुलिन प्रतिरोध), सूजन, एंडोथेलियल कोशिकाओं के साथ समस्याएं जो रक्त प्रवाह में सहायता करती हैं, मनोवैज्ञानिक विकार, अस्वास्थ्यकर व्यवहार (जैसे धूम्रपान) या मोटापा शामिल हो सकते हैं।

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हार्टब्रेक से स्ट्रोक का खतरा
Stroke risk the pain of miscarriage:  यह शोध 618,851 महिलाओं के एकत्रित डेटा पर आधारित है, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया, चीन, जापान, नीदरलैंड, स्वीडन, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका में आठ अलग-अलग अध्ययनों में भाग लिया। महिलाओं की उम्र 32 से 73 के बीच थी जब उन्हें पहली बार इस अध्ययन में नामांकित किया गया था और उनका औसतन 11 साल तक अध्ययन किया गया था। अध्ययन से पता चला कि जिस समय उनका अध्ययन किया गया, उस समय 9,265 (2.8%) महिलाओं को कम से कम एक गैर-घातक स्ट्रोक था और 4,003 (0.7%) महिलाओं को घातक स्ट्रोक हुआ था। कुल मिलाकर, 91,569 (16.2%) महिलाओं का गर्भपात का इतिहास रहा है, जबकि 24,873 (4.6%) का मृत शिशु जन्म का इतिहास रहा है।

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