IBC24 Mind Summit, image source: ibc24
IBC24 Mind Summit: रायपुर। छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर आज मध्य भारत का सबसे बड़ा और विश्वसनीय न्यूज चैनल आईबीसी 24 छत्तीसगढ़ सरकार को ‘माइंड समिट’ के तौर पर मंच प्रदान कर रहा है। इस समिट में हम छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों से जहां उनके दो साल के अनुभव पर चर्चा कर रहे हैं, तो वहीं आने वाले तीन सालों के लिए विकास और जनकल्याण के रोडमैप को भी जानने की कोशिश कर रहे हैं।
इस दौरान आईबीसी24 के मंच पर आज उच्चशिक्षा मंत्री टंकराम वर्मा ने अपनी सरकार की दो साल की उपलब्धियां बताई और कई सवालों के बेवाक जवाब भी दिए। जब उनसे यह पूछा गया कि बहुत से लोग यह सवाल उठाते हैं कि सरकार के पास तो बजट ही नहीं है। महतारी वंदन योजना हो या फिर बोनस हो उसमें सारा बजट आप लोग निकाल देते हैं। ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र के लिए बजट नहीं है। इसी वजह से कहीं ना कहीं इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप उस तरह से नहीं हो पा रहा है?
IBC24 Mind Summit, मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बजट की कोई कमी नहीं है। अभी 2 साल में अधोसंरचना में इतने काम हुए, इतने निर्माण हुए हैं। आप पिछला 5 साल को देखेंगे तो पिछले 5 साल पिछली सरकार में कोई काम नहीं हुए हैं। अभी तो जन कल्याणकारी जो योजनाएं हैं वो तो लागू है ही है। उनके साथ ही साथ विकास कार्य कहीं भी प्रभावित नहीं है। बजट में सारे विभाग को पर्याप्त पैसा मिल रहा है। निर्माण कार्य विकास कार्य कहीं भी प्रभावित नहीं हो रहे हैं। और साथ ही जितने प्रकार के हमारे जन कल्याणकारी योजनाएं हैं चाहे वह आदिवासी क्षेत्र में गुड़ चना देना हो, चाहे बीपीएल चावल देना हो, एपीएल चावल देना हो, महतारी वंदन का पैसा है। किसानों को बोनस है और हमारे जो भूमिहीन कृषि मजदूर हैं उनके भी खाते में ₹10,000 डाला जाता है। कोई काम प्रभावित नहीं हो रहा है और विकास भी तेजी से हो रहे हैं। आप देख रहे हैं सड़कों का निर्माण, पुल का निर्माण, वह पीएससी भवन का निर्माण हो, चाहे विद्यालय का सब चल रहे हैं।
छत्तीसगढ़ जिस दिशा में आगे बढ़ रहा है, छत्तीसगढ़ को बहुत फास्ट काम करना पड़ेगा। हाई टेक्नोलॉजी के साथ में किस तरह से समन्वय बैठाएंगे आप लोग? इस पर मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि हाई टेक्नोलॉजी और इनका उपयोग यहां भी हो रहा है। हमारे बच्चे बहुत आगे जा रहे हैं। मैं राजस्व विभाग की बात करूं तो इनसे पूरा डिजिटलाइजेशन हो रहा है। अभी हमने एग्री स्टेक का जिओ रेफरेंसिंग को देखें तो इतना नयापन आ रहा है। अब किसान जैसे पहले भटकते थे कि ऋण पुस्तिका के लिए हमने ऋण पुस्तिका भी ऑनलाइन कर दिया। तो बहुत तेजी से डिजिशन हो रहा है और लोगों को फायदा मिल रहा है।
आप ये भी कह रहे थे कि भारतीय संस्कृति को भी हम इसमें समावेश करेंगे शिक्षा के क्षेत्र में। उसके लिए किस तरह की प्लानिंग है? इस पर मंत्री ने कहा कि शिक्षा और संस्कार हम ये दोनों हमारे जीवन के ये दो मूलभूत पक्ष हैं। अगर हम शिक्षा को भी ले चले संस्कार को छोड़ दें तो भी जीवन अधूरा रहेगा। शिक्षा के साथ संस्कार होना जरूरी है और हमारी जो संस्कृति है, हमारी भारत की संस्कृति है, बहुत अद्भुत है और मैं तो गांव में पढ़ा लिखा गांव में रचा बसा हूं। तो पहले जैसे ही टंक राम वर्मा था वैसे ही आज भी टंक राम वर्मा हूं। मेरे अंदर कोई बदलाव या परिवर्तन ऐसा नहीं है। मैं सहज भाव से लोगों से मिलना, लोगों की बातें सुनना और लोगों का काम करना जितना हो सकता है।
मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि बलोदा बाजार मेरा मूल विधानसभा है, तो वहां भी 2 साल में काफी बदलाव देखने को मिल मिल रहे हैं। तेजी से विकास हो रहा है और मुख्यमंत्री का हमेशा आशीर्वाद रहता है और केवल बलौदा बाजार ही नहीं उनके लिए तो पूरा 90 विधानसभा एक बराबर है। सभी तरह चहुमुखी विकास हो रहा है। निश्चित तौर पर और यही वजह है कि माइंड समिट में हम कह रहे हैं, 2 साल की सरकार में किन चुनौतियों को पार करते हुए जिन उपलब्धियों को हासिल किया सरकार ने वो आज हमने आप तक पहुंचाया।
हमारे प्रदेश के मुखिया ने माइंडसेट करके रखा हुआ है कि जो मोदी का विज़न है, 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है, सशक्त राष्ट्र बनाना है, सक्षम राष्ट्र बनाना है। उसी तर्ज पे हमारे मुख्यमंत्री ने भी तय कर लिया है कि हमको 2047 तक इस छत्तीसगढ़ को देश के अग्रणी राज्य में खड़ा करना है और हम उस समय तक हमारे प्रदेश को समृद्धिशाली राज्य बनाएंगे। विकसित राज्य बनाएंगे और उसी के हिसाब से अभी सरकार जो है योजना बना करके पूरे चल रही है। उसी पैटर्न पे चल रही है और हम सब सहयोगी हैं। उनके निर्देश उनके मार्गदर्शन में हम लोग भी अपने-अपने विभाग में कुल मिलाकर के हम छत्तीसगढ़ प्रदेश को कितना अच्छा उन्नतशील समृद्धिशाली बनाएंगे। यहां के रहने वाले गरीबों का, बेरोजगारों का, किसानों का, व्यापारियों का, उद्योगपतियों का हम उनको कैसे सहयोग करेंगे? सब मिलजुलकर के सब आगे बढ़ेंगे तो हमारा छत्तीसगढ़ प्रदेश आगे बढ़ेगा।