Changes in Constitution of India? भारत सरकार ने संविधान की प्रस्तावना में किया बदलाव? हटाया गया ‘सोशलिस्ट’ और ‘सेक्युलर’ शब्द? यूट्यूब चैनल ने किया दावा, जानिए क्या है सच्चाई

Changes in Constitution of India? भारत सरकार ने संविधान की प्रस्तावना में किया बदलाव? हटाया गया 'सोशलिस्ट' और 'सेक्युलर' शब्द? यूट्यूब चैनल ने किया दावा, जानिए क्या है सच्चाई

  •  
  • Publish Date - August 4, 2025 / 04:31 PM IST,
    Updated On - August 4, 2025 / 04:31 PM IST

Changes in Constitution of India? भारत सरकार ने संविधान की प्रस्तावना में किया बदलाव? Image source: File

HIGHLIGHTS
  • सोशल मीडिया पर वायरल हुआ फर्जी दावा
  • PIB Fact Check ने किया खंडन
  • आधिकारिक पुष्टि के बिना किसी भी जानकारी पर भरोसा न करें

नई दिल्ली: Changes in Constitution of India? लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार अभियान के दौरान विपक्षी नेताओं की ओर से कई बार ये सुनने को मिला था कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो संविधान बदल दिए जाएंगे। संविधान बदले जाने से गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार को मिलने वाली सुविधाएं बंद कर दी जाएगी, आरक्षण खत्म कर दिए जाएंगे, जैसे कई दावे किए गए थे। वहीं, अब संसद के मानसून सत्र के दौरान सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि ”संविधान हटाकर मनुस्मृति लागू कर दिया गया है।”

Read More: CG News: छत्तीसगढ़ के विद्युत उपभोक्ताओं को बड़ा झटका, इन लोगों को अब नहीं मिलेगा बिजली बिल हाफ योजना का लाभ, सरकार ने किया नियमों में बदलाव

Changes in Constitution of India? दरअसल एक यूट्यूब चैनल की ओर से दावा किया जा रहा है कि ‘सरकार ने संविधान की प्रस्तावना से ‘सोशलिस्ट’ और ‘सेक्युलर’ शब्द हटाने का फैसला लिया है।’ साथ ही यूट्यूब चैनल के थंबनेल में ये भी दावा किया गया है कि ”संविधान हटाकर मनुस्मृति लागू कर दिया गया है, जिसे लेकर संसद में जमकर बवाल हुआ है।

यूट्यूब चैनल की ओर से किए जा रहे दावे की भारत सरकार की फैक्ट चेक संस्था #PIBFactCheck ने जब वायरल दावे की सत्यता की जांच की तो पाया कि यह दावा #फर्जी है। भारत सरकार ने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है, न ही ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन है। अफवाहों से सावधान रहें!

Read More: Retirement Planning Calculator: नहीं रहना पड़ेगा पेंशन के भरोसे, रिटायरमेंट के बाद भी हर महीने खाते में आएंगे 85000 रुपए, कोई नहीं बताएगा ये सिक्रेट फॉर्मूला

इसके साथ ही #PIBFactCheck ने लोगों को सुझाव देते हुए कहा है कि अफवाहों से सावधान रहें! किसी भी जानकारी को साझा करने या उस पर विश्वास करने से पहले आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि जरूर करें।

 

क्या सच में संविधान की प्रस्तावना से 'सोशलिस्ट' और 'सेक्युलर' शब्द हटा दिए गए हैं?

नहीं, यह पूरी तरह फर्जी दावा है। भारत सरकार ने संविधान की प्रस्तावना में कोई बदलाव नहीं किया है।

यह झूठा दावा कहां से शुरू हुआ?

एक यूट्यूब चैनल ने अपने वीडियो में यह भ्रामक थंबनेल और शीर्षक के जरिए लोगों को गुमराह किया, जिसमें लिखा गया था कि संविधान हटाकर मनुस्मृति लागू कर दी गई है।

क्या संसद में इस विषय को लेकर कोई बहस हुई है?

नहीं, संसद में इस विषय पर कोई आधिकारिक बहस या प्रस्ताव नहीं आया है। ये केवल सोशल मीडिया की अफवाह है।

PIB Fact Check ने इस पर क्या कहा है?

#PIBFactCheck ने स्पष्ट किया है कि यह दावा फर्जी है और सरकार ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है।

ऐसे फर्जी दावों से कैसे बचा जाए?

कोई भी जानकारी साझा करने या उस पर विश्वास करने से पहले सरकारी स्रोतों या PIB जैसी आधिकारिक फैक्ट चेक संस्थाओं से पुष्टि अवश्य करें।