AIMPLB ने वक्फ संशोधनों को इस्लामी मूल्यों, धर्म और शरीयत पर गंभीर हमला बताया, देशव्यापी आंदोलन जारी रखने की बात कही

AIMPLB ON WAQF Amendments ACT : एआईएमपीएलबी ने कहा है कि हम सभी धार्मिक, समुदाय आधारित और सामाजिक संगठनों के समन्वय से इन संशोधनों के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन जारी रखेंगे और यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक कि संशोधन पूरी तरह से निरस्त नहीं हो जाते।

AIMPLB ने वक्फ संशोधनों को इस्लामी मूल्यों, धर्म और शरीयत पर गंभीर हमला बताया, देशव्यापी आंदोलन जारी रखने की बात कही

AIMPLB on Waqf Amendment Bill 2025 || Image- ibc24 News File

Modified Date: May 4, 2025 / 08:40 pm IST
Published Date: May 4, 2025 8:36 pm IST
HIGHLIGHTS
  • भारतीय संविधान की आधारभूत संरचना पर गंभीर हमला बताया
  • इन संशोधनों के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन जारी

नईदिल्ली: AIMPLB ON WAQF Amendments ACT ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने संसद द्वारा पारित वक्फ संशोधनों को इस्लामी मूल्यों, धर्म और शरीयत, धार्मिक और सांस्कृतिक स्वतंत्रता, सांप्रदायिक सद्भाव और भारतीय संविधान की आधारभूत संरचना पर गंभीर हमला बताया है।

एआईएमपीएलबी ने कहा है कि हम सभी धार्मिक, समुदाय आधारित और सामाजिक संगठनों के समन्वय से इन संशोधनों के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन जारी रखेंगे और यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक कि संशोधन पूरी तरह से निरस्त नहीं हो जाते।

READ MORE:  पाकिस्तानी महिला से शादी करने पर बर्खास्त CRPF जवान का कैमरे के सामने बड़ा खुलासा, खुद पर लगे आरोपों का दिया जवाब

 ⁠

उच्चतम न्यायालय में गलत आंकड़े पेश करने का आरोप

AIMPLB ON WAQF Amendments ACT इसके पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने केंद्र सरकार पर वक्फ मामले में उच्चतम न्यायालय में गलत आंकड़े पेश करने का आरोप लगाया है। ‘झूठा हलफनामा’ दाखिल करने के लिए संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया है। एआईएमपीएलबी ने सरकार के इस बयान पर गंभीर आपत्ति जताई है कि 2013 के बाद केंद्रीय पोर्टल पर अपलोड की गई वक्फ संपत्तियों की संख्या में ‘चौंकाने वाली वृद्धि’ दर्ज की गई।

एआईएमपीएलबी ने कहा है, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि अपने हलफनामे में भारत संघ यह इशारा कर रहा है कि 2013 से पहले वक्फ के रूप में पंजीकृत सभी संपत्तियों को डब्ल्यूएएमएसआई पोर्टल पर तुरंत अपलोड किया गया था, जब यह चालू हुआ। पृष्ठ संख्या 158 पर पहले कॉलम में ‘2013 में संपत्तियों की संख्या’ शीर्षक के साथ यह कहना कि इसमें दर्शाइ गई वक्फ संपत्तियां ही पंजीकृत संपत्तियां थीं, शरारतपूर्ण है।’

READ MORE: गोवा: हादसे के अगले दिन मंदिर में कांग्रेस सांसद को सम्मानित किया गया, भाजपा ने की आलोचना

बोर्ड ने कहा, ‘जवाबी हलफनामा दाखिल करने वाले व्यक्ति ने इस अदालत के समक्ष स्पष्ट रुख नहीं अपनाया है और ऐसा प्रतीत होता है कि उसने सावधानीपूर्वक यह बयान देने से परहेज किया है कि ‘सभी पंजीकृत वक्फ संपत्तियों को वर्ष 2013 में वेब पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया था।’ चूंकि, हलफनामे में यह महत्वपूर्ण पहलू गायब है, इसलिए इस दस्तावेज की सत्यता संदिग्ध है।’


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com