Bengaluru Stampede: भगवान ऐसा दुख किसी को न दें ! जिस बेटे के लिए खरीदी जमीन.. उसी पर बनानी पड़ी कब्र, बार-बार लिपट कर रो रहा पिता

Bengaluru Stampede viral video: इस वीडियो में वे बेटे की कब्र से लिपट कर बिलखकर रोते हुए दिखाई दे रहे हैं। बेटे की मौत के गम में डूबे लक्षमण इस वीडियो में कह रहे हैं कि उन्‍हें अपने जिगर के टुकड़े की कब्र के पास ही रहने दिया जाए।

Bengaluru Stampede: भगवान ऐसा दुख किसी को न दें ! जिस बेटे के लिए खरीदी जमीन.. उसी पर बनानी पड़ी कब्र, बार-बार लिपट कर रो रहा पिता

Bengaluru Stampede image source: Shiv Aroor X

Modified Date: June 8, 2025 / 01:44 pm IST
Published Date: June 8, 2025 1:42 pm IST
HIGHLIGHTS
  • सामने आई बेंगलुरु हादसे की दिल दहला देने वाली तस्‍वीर
  • बेटे को खोने वाले पिता का वीडियो देख नम हुईं आंखें
  • भगदड़ में 11 लोगों की हो गई थी मौत

Bengaluru Stampede: बेंगलुरू में आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान कर्नाटक के हासन जिले के रहने वाले बीटी लक्षमण के 21 वर्षीय इकलौते बेटे भुमिक लक्षमण की इस हादसे में मौत हो गई थी। अब बीटी लक्ष्‍मण का एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वे बेटे की कब्र से लिपट कर बिलखकर रोते हुए दिखाई दे रहे हैं। बेटे की मौत के गम में डूबे लक्षमण इस वीडियो में कह रहे हैं कि उन्‍हें अपने जिगर के टुकड़े की कब्र के पास ही रहने दिया जाए।

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के IPL ट्रॉफी जीतने के बाद बेंगलुरु में एक जश्न का आयोजन किया गया था। इस जीत का जश्‍न मनाने के लिए एम.चिन्‍नास्‍वामी स्‍टेडियम में विक्‍ट्री परेड का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में क्रिकेट प्रेमी जुटे। लोग इतनी बड़ी संख्या में स्टेडियम पहुंच गए कि भीड़ को संभाल पाना पुलिस और प्रशासन के लिए मुश्किल हो गया। इसी बीच आरसीबी के प्रशंसकों की भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्‍य घायल हो गए।

बेंगलुरु हादसे में हासन जिले के निवासी बीटी लक्षमण के बेटे भुमिक लक्षमण की की मौत हो गई थी। इकलौते बेटे के अचानक निधन से उनके पिता को गहरा सदमा लगा है। उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्‍हें बेटे की कब्र से लिपट कर रोते हुए देखा सकता है। हालाकि कुछ लोग उन्‍हें वहां से हटाने का प्रयास करते हैं तो बेटे के निधन से टूटे पिता लक्षमण कहते हैं – मैं भी यही रहना चाहता हूं…प्‍लीज मुझे रहने दो!

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किसी के भी दिल को झकझोर देने वाला यह वीडियो सामने आने के बाद बेंगलुरु हादसे की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है। अपने जवान बेटे की कब्र पर विलाप करते हुए लक्ष्‍मण कहते हैं, ‘मेरे बेटे के साथ जो हुआ वैसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए’। लक्ष्‍मण की हालत को देखकर वहां पर मौजूद सभी की आंखें भी नम हो गईं।

जिस बेटे के लिए खरीदी जमीन, उस पर बनानी पड़ी कब्र

बीटी लक्ष्‍मण ने बताया कि उन्‍होंने भुमिक के लिए जमीन खरीदी थी और अब उसी पर उसका मेमोरियल बनाना पड़ है। भुमिक फाइनल ईयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। बेंगलुरु हादसे में निधन के बाद भूमिक को उनके हासन स्थित गृहक्षेत्र में ही दफनाया गया है। लक्ष्‍मण का कहना है कि जिन हालात का उन्‍हें सामना करना पड़ रहा है, ऐसा किसी दूसरे पिता के साथ नहीं होना चाहिए।

आपको बता दे कि भुमिक उन हज़ारों लोगों में शामिल था , जो बुधवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जश्न मनाने और उन खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए इकट्ठा हुए थे। वह उन 11 पीड़ितों में से एक थे, जिनकी इस भगदड़ में दुखद मौत हो गई। इसमें एक 14 साल की लड़की भी शामिल थी।

पोस्‍टमॉर्टम नहीं कराने की अपील

इस हादसे के बाद पिता लक्ष्मण ने सरकार से अपील की थी कि उनके बेटे का पोस्टमॉर्टम न किया जाए। लक्ष्‍मण ने कहा था, ‘मेरा एक ही बेटा था और अब मैं उसे खो चुका हूं। कृपया मुझे उसका शव दे दीजिए, पोस्टमॉर्टम न करवाइए और उसके शरीर को टुकड़ों में न काटिए। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री हमसे (त्रासदी के पीड़ितों से) मिल सकते हैं, लेकिन वे उसे वापस नहीं ला सकते।’

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com